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Showing posts from April, 2019

बार्सिलोना 26वीं बार बना ला लीगा चैंपियन

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बार्सिलोना ने 26वीं बार   ला लीगा अपने नाम किया। बार्सिलोना ने लीग के अपने 35वें मुक़ाबले में ही लेवांते को 1-0 से हरा खिताब अपने नाम कर लिया। बार्सिलोना के  लिए विजय गोल टूर्नामेंट के हाईएस्ट गोलस्कोरर लियोनेल मेसी ने 62वें मिनट में किया।  लीग में इस समय बार्सिलोना के तीन मुक़ाबले अभी और और बच रहे हैं और शायद अब क्योंकि वह खिताब जीत ही चुके हैं तो वह अब चैंपियंस लीग और कोपा डेल रे पर ज़्यादा ध्यान देंगे।     बार्सिलोना को ला लीगा जिताने में सबसे बड़ा हाथ लियोनेल मेसी का था। मेसी ने ला लीगा में अब तक 34 गोल और 13 असिस्ट्स दिए हैं जो की और किसी भी खिलाड़ी से ज़्यादा हैं। उनके जोड़ीदार लुइस सुआरेज़ ने भी 21 गोल किये हैं। बार्सिलोना इस समय ट्रेबल के बारे में सोच रही होगी क्योंकि वह ला लीगा तो जीत चुके हैं , कोपा डेल रे के फाइनल में हैं और चैंपियंस लीग के सेमीफइनल में हैं। यह कारनामा वह 2009 और 2015 में भी कर चुके हैं।   

आईपीएल के फाइनल को चेन्नई से हैदराबाद किया गया शिफ्ट

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आईपीएल के ग्रुप स्टेज का आधा सफर ख़त्म हो चुका है। बीसीसीआई ने आईपीएल के प्लेऑफ की डेटशीट निकाल दी है। बीसीसीआई ने पहले आईपीएल के प्लेऑफ की डेटशीट नहीं निकली थी क्योंकि वह चुनाव की घोषणा का इंतज़ार कर रही थी। अब जब डेटशीट आ गयी है तो चेन्नई सुपर किंग्स के प्रशंसकों को एक झटका लगा है क्योंकि जो फाइनल चेन्नई में होना था वह अब हैदराबाद में होगा। रूल यह कहता है की फाइनल उसी टीम के होमेग्राउण्ड पर होगा जो गतविजेता हो तो इस हिसाब से फाइनल चेन्नई में होना चाहिए। इस फैसले का कारण चेपौक के तीन खाली स्टैंड्स हैं। दरसअल तमिलनाडु सरकार ने स्टेडियम के तीन स्टैंड्स I, J और K  को खाली ही रखने का आदेश दिया हुआ है। इसलिए हर मैच में आप वह खाली स्टैंड्स देख सकते है। इसके ऊपर बीसीसीआई ने यह कहा कि " हमें फाइनल चेन्नई से हैदराबाद शिफ्ट करना पड़ा जब हमें यह पता चला कि तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन चेपौक के स्टैंड्स I,J और K को खुलवाने में नाकाम रहे।       चेन्नई सुपर किंग्स को चाहनेवालों के लिए यह एक बड़ा झटका है। लेकिन यदि चेन्नई सुपर किंग्स पहले या दूसरे स्थान पर रहती है तो वह क्वालीफ़ायर अपने होमेग्राउण्ड पर

दिशा पटानी बनी पेप्सी की सबसे युवा ब्रांड एम्बेसडर

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दिशा पटानी इस समय बॉलीवुड का एक जाना पहचाना नाम है। इन्होने अपनी अदाकारी से कई सिनेमाप्रेमियों का दिल जीत लिया है। उन्होंने यहाँ तक पहुँचने के लिए बड़ी महनत की है, शायद यह इसी महनत का नतीजा है की दिशा पटानी पेप्सी की अब तक की सबसे युवा ब्रांड एम्बेसडर बन गयी है। पेप्सी जो कि पूरी दुनिया में एक बहुत बड़ा ब्रांड है, उन्होंने इस चेहरे को चुना है। इस चीज़ में दिशा अकेली नहीं है, यहाँ पर उनका साथ बॉलीवुड में अपनी छाप छोड़ चुके टाइगर श्रॉफ और रैपर बादशाह दे रहे हैं।     दिशा पटानी इस समय देश में बहुत ही लोकप्रिय है। कई लोग उन्हें नेशनल क्रश की भी उपाधि देते हैं। दिशा सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती है। दिशा पटानी ने कई बड़ी फिल्मों में काम किया है जिनमे 'एम. एस. धोनी - द अनटोल्ड स्टोरी ' और बाघी 2 प्रमुख है। दिशा पटानी अब अगली बार भारत और मलंग जैसी बड़ी पिक्चरों में नज़र आएँगी।   

चैंपियंस लीग : बार्सिलोना, एजैक्स, लिवरपूल और स्पर्स सेमीफाइनल में

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कल देर रात तक चैंपियंस लीग क्वार्टरफाइनल मुक़ाबले समाप्त हुए और हमें हमारे आखरी चार मिले। बार्सिलोना, एजैक्स, लिवरपूल और टॉटेनहम ने सेमीफइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। सेमीफाइनल में जहाँ एक जगह बार्सिलोना और लिवरपूल भिड़ेंगी वहीँ दूसरी तरफ एजैक्स के सामने स्पर्स की चुनौती होगी। क्वार्टरफाइनल में कुछ उलटफेर हुए वहीँ कुछ टीमों ने अपने कैंपेन को आगे बढ़ाया। आइये इन मुक़ाबलों पर डालते हैं एक नज़र - बार्सिलोना विरुद्ध मेनचेस्टर यूनाइटेड (4 - 0) बार्सिलोना ने 4 - 0 के एग्रीगेट से मेनचेस्टर यूनाइटेड को पछाड़ा। इस जीत के नायक रहे लियोनेल मेसी। पहला लेग मेनचेस्टर के ओल्ड ट्राफ्फोर्ड स्टेडियम में हुआ था जहाँ बार्सिलोना ने 1 - 0 से जीत हासिल की थी। उस दिन का इकलौता गोल ल्यूक शॉ का ओन गोल था।  दूसरा लेग बार्सिलोना के कैंप नू में हुआ जहाँ बार्सिलोना ने 3 - 0 से जीत हासिल की। इस मुक़ाबले में मेसी ने दो शानदार गोल किये और फिलिपे कोटिन्हो ने भी एक शानदार गोल किया। इन दो गोलों के साथ ही मेसी दस गोलों के साथ  इस लीग के टॉप स्कोरर भी बन गए। ] एजैक्स   विरुद्ध   जुवेंटस (3 - 2)  एजैक्स ने फिर से एक उलटफेर कर क्रि

आम चुनाव के दुसरे चरण में उत्तर प्रदेश की आठ लोकसभा सीटों पर मतदान

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आम चुनाव- 2019 के दूसरे चरण में उत्‍तर प्रदेश की आठ लोकसभा सीटों के लिए 85 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इस चरण में राज्‍य की नगिना, अमरोहा, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा और फतेहपुर सीकरी सीट पर मतदान होगा। 2014 के पिछले आम चुनाव में इन सीटों के लिए कुल125 उम्मीदवार मैदान में थे। इस बार आम चुनाव में इन आठ सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या कम हुई है, जबकि पिछले आम चुनाव -2014में 40 निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था। इस साल इन सीटों के लिए केवल 26 निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में हैं। वर्तमान में उपर्युक्त आठ निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवारों की संख्या और पूर्ववर्ती दो आम चुनावों में उम्‍मीदवारों की संख्या नीचे दी गई है:   आम चुनाव वर्ष    लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में उम्‍मीदवारों की संख्‍या   नगिना   अमरोहा बुलंदशहर अलीगढ़ हाथरस मथुरस आगरा फतेहपुर सीकरी कुल 2019* 7 10 9 14 8 13 9 15 85 2014 14 15 10 14 9 20 15 28 125 2009 14 20 16 23 10 16 15 14 128 स्रोत- भारत निर्वाचन आयोग वेबसाइट *मुख्‍य चुनाव अधिकारी (उत्‍तर प्रदेश) वेबसाइट     उत्‍तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटे हैं। इस

वर्ल्ड कप के लिए हुआ भारतीय टीम का ऐलान

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इंग्लैंड में 30 मई से शुरू होने वाले आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप के लिए भारत की टीम का ऐलान हो गया है। इस स्क्वाड में ऋषभ पंत और अम्बाती रायुडू अपनी जगह बनाने में नाकाम रहे। दिनेश कार्तिक ने दूसरे विकेटकीपर की जगह की रेस में ऋषभ पंत को पीछे छोड़ा। कार्तिक के ऊपर एमएसके प्रसाद ने यह कहा की, " दूसरा विकेटकीपर तभी खेलेगा अगर माही (महेंद्र सिंह धोनी) चोटिल हो जाये। हमने कार्तिक को उनके बड़े मैचों के अनुभव को ध्यान में रखते हुए चुना है। नंबर चार पर बैटिंग के लिए कई नामों पर विचार हो रहा था लेकिन अंत में केएल राहुल, विजय शंकर और दिनेश कार्तिक ने इस पोजीशन के लिए जगह बनायीं। अब देखना यह होगा की क्या यह टीम वर्ल्ड कप घर ला पायेगी या नहीं।     यह है भारतीय स्क्वाड - विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उपकप्तान), शिखर धवन, केएल राहुल, विजय शंकर, एम एस धोनी (विकेटकीपर), केदार जाधव, दिनेश कार्तिक, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पंड्या, रविंद्र जडेजा, मोहम्मद शमी।  

लॉन्च हुआ स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर 2 का ट्रेलर

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2012 में आयी स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर ने कई फिल्म प्रेमियों को अपना दीवाना बनाया था। यह वहीँ फिल्म थी जिससे सिद्धार्थ मल्होत्रा, वरुण धवन और आलिया भट्ट ने बॉलीवुड में अपने पहले कदम रखे थे। इन तीनों युवा प्रतिभाओं ने आगे चलकर अपने काम से बॉलीवुड में एक मुकाम हासिल कर लिया है। वह बैच तो अब पास आउट होकर निकल गया। अब एक नया बैच आया आया है। जी हाँ, स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर 2 का ट्रेलर आ गया है।  कल 12 मार्च दोपहर में स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर 2 का ट्रेलर लॉन्च हुआ। इस फिल्म में लीड में बॉलीवुड में अपना नाम बना चुके टाइगर श्रॉफ , चंकी पांडेय की बेटी अनन्या पांडेय और तारा सुतरिआ हैं। इस बार इस फिल्म से अनन्या पांडेय और तारा सुतरिआ बॉलीवुड में अपना पहला कदम रख रहे हैं। इस फिल्म में हिमांश कोहली, करण टैकर, फरीदा जलाल और रोहित रॉय के भी अहम किरदार हैं। हॉलीवुड के सुपरस्टार विल स्मिथ ने भी इस फिल्म में अपना एक कैमियो दिया है। यूट्यूब के एक जाने माने सितारे हर्ष बेनीवाल का भी इस फिल्म में एक मज़ेदार किरदार है। लोगों में अभी से ही इस फिल्म के बारे में चर्चा शुरू हो चुकी है।   यह फिल्म पुनीत मल्होत्रा डायरेक्ट कर रहे हैं।

चैंपियंस लीग : स्पर्स , लिवरपूल जीते , आज होंगे दो मुकाबले

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कल हुए चैंपियंस लीग के क्वार्टर फाइनल मुक़ाबले के पहले लेग में टॉटेनहैम और लिवरपूल ने जीत का स्वाद चखा और मेनचेस्टर सिटी और पोर्टो को हार मिली। टॉटेनहैम ने मेनचेस्टर सिटी को अपने नए स्टेडियम में 1 - 0 से हराया। मैच का इकलौता गोल ह्युंग मिंग सन ने किया। लिवरपूल ने पोर्टो को अपने घर में 2 - 0 से हराया। लिवरपूल के लिए केइता और फिरमिनो ने एक - एक गोल किये। आज रात भी कमाल के मुक़ाबले होने वाले हैं।  एक जगह जहाँ रोनाल्डो की टीम जुवेंटस का सामना अजाक्स से होगा वहीँ मेसी की बार्सिलोना, मेनचेस्टर यूनाइटेड से भिड़ेगी। आईये इन मुक़ाबलों पर एक नज़र डालते हैं।   1) अजाक्स विरुद्ध जुवेंटस रोनाल्डो ने जुवेंटस के लिए इंजरी के चलते चार मैच मिस किये थे। लेकिन जुवेंटस के मैनेजर अल्लेग्री ने यह कहा है की रोनाल्डो इस मैच के लिए पक्का तैयार रहेंगे, उनका नाम स्क्वाड में भी दिया गया था। अजाक्स ने भी अपने इरादे साफ़ कर दिए हैं रियल मेड्रिड को बहार करके कि वह पीछे नहीं हटने वाले हैं। यह मैच अजाक्स के होमेग्राउण्ड एम्स्टर्डम एरीना में होगा।  2) मेनचेस्टर यूनाइटेड विरुद्ध बार्सिलोना  ओले गनर सोल्स्कजर का मैनेजिंग करियर

आज पहले स्थान के लिए भिड़ेंगे चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स

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आईपीएल में आज पहले स्थान के लिए चेन्नई में भिड़ेंगे चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स। इस समय कोलकाता पहले और चेन्नई और दुसरे स्थान पर है। दोनों ही टीमों ने अपने पाँच में से चार मुक़ाबले जीते हैं। दोनों ही टीमें अपने पिछले मैच जीतकर आईं है। चेन्नई ने जहाँ पंजाब को 22 रनों से हराया था वहीँ केकेआर ने राजस्थान को 8 विकेट से हराया था। चलिए दोनों टीमों की ताक़त और कमजोरिओं पर नज़र डालें - 1) कोलकाता नाइट राइडर्स     ताक़त - क) इस साल कोलकाता के अच्छे प्रदर्शन का राज़ हैं आंद्रे रसल। उन्होंने इस साल टीम में अपना कद बहुत ऊँचा कर लिया है। जब वह बैटिंग करने आते हैं तो सारे कप्तान अपने गेंदबाज़ों को अच्छी गेंदबाज़ी करने की नसीहत देने लगते हैं।  ख) कोलकाता की गेंदबाज़ी भी बहुत अच्छी रही है, सभी गेंदबाज़ अपना रोल अच्छे से निभा रहे हैं।  कमज़ोरी -  क) कोलकाता का मिडिल आर्डर इस बार वैसा प्रदर्शन नहीं दिखा पा रहा है जैसा उन्होंने पिछले साल किया था। बैटिंग बहुत हद तक रसल पर ही निर्भर रही है।  2) चेन्नई सुपर किंग्स    ताक़त - क) चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी बहुत ही अच्छे फॉर्म में हैं, कप्तानी और व

भारतीय चुनावी राजनीति और बदलते परिदृश्य

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दुनियां के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में सबसे महंगे चुनाव के नाम से विख्यात आम चुनाव को होने में कुछ ही समय * बचा है। ऐसे में सभी राजनीतिक दल एवं नेता  गहन राजनीतिक और चुनावी गतिविधियों के लिए तैयार हैं। अनुमान लगाने वालों के राय, विचार और भविष्यवाणियों को हमें भी बहुत गंभीरता से लेने की जरूरत है। इस मसले पर पांडे जी कहते हैं कि 313 का आंकड़ा सामने आ रहा है। पान को अपनी प्रसिद्ध नॉर्थ एवेन्यू स्थित दुकान पर बेचने वाले पांडे जी को भारतीय चुनावी राजनीति में गहरी रुचि के लिए भी जाना जाता है और वह अपने संरक्षक और राजनीतिक रूप से आवेशित ग्राहकों के साथ इस पर विचारों का आदान-प्रदान करते हैं। इसलिए, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 300 लोकसभाओं को पार करने वाली है, यह केवल पांडेयजी ही नहीं कह रहे हैं, बल्कि अधिकाश राजनीतिक पंडितों को भी लगता है कि पुलवामा में आतंकी हमले और उसके बाद मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों ने चुनाव जीतने पर भगवा रंग डाल दिया है। राजनीति बहुत अनिश्चितता का खेल है। हालांकि, कुछ कारक और ताकतें भारतीय राजनीति का अनुमान लगाती हैं। इन सबके बीच एक आम सहमति है कि पुलवामा के

हिन्दी नई चाल में ढली

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 कंगन चूड़ी, साड़ी उतार, ओढ़ चली स्टॉल संवार, दिखती थी कैसे गुलाब की कली, देखो हिन्दी नई चाल में ढली। नई उमंगों से खोल श्वास द्वार, अंग्रेजी को अपनाकर दिया विस्तार । हिन्दी को Hindi लिख मनचली, देखो हिन्दी नई चाल में ढली। Main tumse karti hun pyar, हिन्दी का यह अवतार, बेकरार। एक बहव्यात्मक मुस्कान ले छली, देखो हिन्दी नई चाल में ढली। मृगनयनी जैसे नयन से मारती थी बाण, जब कवियों के लेखन से चलती थी कटार। आज वह हम सबको नई दिशा दे चली, देखो हिन्दी नई चाल में ढली।

समाज निर्माण में महिला का योगदान

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तमाम सामाजिक मान्यताओं, परंपराओं के चलते एक अबला से सबला बनने " का सफर बेहद संघर्षपूर्ण एवं दुष्कर होता है। बावजूद इसके आप बिना किसी महिला के एक सुखद परिवार की कल्पना नहीं कर सकते, क्योकि एक महिला ही परिवार को संपूर्णता का अहसास कराती है। वैसे तो समाज में महिला पुरुष एक-दूसरे के पूरक हैं, परंतु महिला रिश्तों को परिभाषित करके परिवार की नई परिभाषा समाज के सामने प्रस्तुत करती है। अक्सर आपने देखा या सुना होगा, जब कहीं संतुष्ट एवं सुखी परिवार की बात होती है, तब अनायास ही एक सशक्त महिला की तस्वीर आंखों के सामने घूम जाती है। किसी भी सुखद परिवार की कल्पना एक महिला के बिना अधूरी है। इस सत्य से सभी भली भांति परिचित हैं। सोचिये एक महिला अपने कर्तव्यों का निर्वहन न कर पाए या मानसिक रूप से अक्षम हो तो उस परिवार की स्थिति क्या होगी।  जग विदित है। इस संसार चक्र को चलाने में स्त्री का विशेष योगदान है। जन्म से लेकर मृत्यु तक अगर आप देखें तो एक माँ के रूप में समाज निर्माण में महिलाओं का अविस्मरणीय योगदान है। किसी बच्चे का शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक, बौद्धिक विकास एवं यहाँ तक कि आध्यात्मिक विकास भ

कुपोषण से जीत की लिये शुरू हुआ राजमा की खेती का प्रसार

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भूख और गरीबी की समस्या देश में बहुत बड़ी है। देश के कई ऐसे राज्य हैं, जहाँ गरीबी और कुपोषण के चलते हर साल बड़ी संख्या में मौत के आँकड़े बढ़ रहे हैं। झारखंड राज्य के कुछ गाँवों के नाम भी इसमें शामिल हैं। कुपोषण से जुड़ी कई बीमारियाँ और इससे होने वाली मानवीय क्षति पर रोक लगाने के लिये पश्चिमी सिंहभूम जिले के सभी प्रखंडों में आत्मा(एग्रीकल्चरल टेक्नॉलॉजी मेनेजमेंट एजेंसी)  किसानों को प्रशिक्षित कर राजमा की खेती के लिये प्रेरित कर रही है। पहले किसान अपने खेतों में दूसरे फसलों को लगाते थे, मगर आत्मा के प्रयास से किसानों की सोच बदल रही है, और वे प्रशिक्षित होकर राजमा की फसल के लिये अग्रसर हो रहे हैं। पश्चिमी सिंहभूम का जलवायु राजमा की खेती के लिये उपयुक्त पाया जा रहा है। इस बारे में आत्मा के परियोजना निदेशक पंकज कुमार सिंह बताते हैं कि राजमा की खेती शुरू करने के लिये प्रेरित करने का ख्याल पश्चिमी सिंहभूम जिले में कुपोषण की समस्या को देखते हुए हैं। कुपोषण को दूर करने के लिये राजमा बेहतरीन माध्यम है। इसमें सभी तरह के पोषक तत्व जैसे- प्रोटीन, मैग्नीशियम, पोटैशियम आदि शामिल होते हैं। राजमा में

काम का दबाव बिगाड़ रहा महिलाओं का स्वास्थ्य

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  समयांतराल पर हुए सर्वेक्षणों से यह पता चलता है कि कामकाजी महिलाएँ  स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझती रहती हैं। भारत की लगभग तीन चौथाई महिलाएँ ऐसी स्थिति का सामना कर रही हैं। देश के विभिन्न विभागों में कार्यरत महिलाएँ अक्सर घर और ऑफिस की जिम्मेदारियों से परेशान रहती हैं जिसकी वजह से उनमें कई बीमारियाँ घर कर जाती हैं। देश में प्रत्येक चार में से तीन नौकरीपेशा महिलाओं का स्वास्थ्य घर- दफ्तर की भाग दौड और उनके बीच संतुलन साधने में कहीं न कहीं कमजोर पड़ जाता है। घर और बच्चों की देखभाल के साथ ऑफिस के काम की वजह से बने दबाव के चलते उनकी दिनचर्या काफी बदल जाती है और गंभीर बीमारियां उन्हें घेर लेती हैं।   लगभग 32 से 58 साल की आयु की महिलाएँ अधिक प्रभावित ऐसा देखा गया है कि लगभग 32 से 58 साल की आयु के बीच की तीन चौथाई कामकाजी महिलाओं में मोटापा, थकान, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, पीठ दर्द और उच्च कोलेस्ट्रोल जैसी बीमारियां अपनी जगह बना लेती हैं। कम उम्र में नौकरी की शुरूआत करने वाली लड़कियां जब उम्र के कई बसंत तय कर रही होती हैं तब वो भी धीरे- धीरे इन बीमारियों की चपेट में आने लगती हैं। शुरू में व

कानूनी हक है गुजारा भत्ता

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बदलते वक्त के साथ रिश्तों  में भी बदलाव तेजी से नजर आने लगा है। यहाँ बात शादी के रिश्ते की हो रही है, जो इन दिनों कभी आजादी के नाम पर तो कभी अपनी ज़िन्दगी जीने के नाम पर दाँव पर लग रहे हैं। इस दौड़ में कभी शादी के कुछ दिन बाद तो कुछ सालों बाद अपनी-अपनी राहें जुदा करना चाहते हैं। यह बात तब भी सामने आती है जब उनके बच्चों की जिन्दगी संवारने का महत्वपूर्ण समय होता है, मगर अनचाहे बंधन से टूटने की चाहत में इस बात को वे नजरअंदाज कर देते हैं। कुछ मामलों में तो अलगाव में दोनों की रजामंदी होती है, मगर अक्सर इसमें महिला अपने व बच्चों के भविष्य के लिये अधिक आशंकित होती हैं। यहाँ उन महिलाओं का जिक्र किया जा रहा है जो आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर नहीं होती हैं और गाहे- बगाहे कभी पति तो कभी ससुराल वालों के जुल्म की शिकार होती हैं। ऐसे में शादी के बाद ससुराल में प्रताड़ित होने के बाद महिलाओं के मन में हमेशा असमंजस रहता है कि अगर प्रताड़ना के खिलाफ आवाज उठाई तो कहीं शादी न टूट जाए। महिलाएँ दोराहे पर पहुँच जाती हैं। जहाँ से उनके लिये सही राह का चयन आसान नहीं होता। महिलाओं के मन में कई सवालों का जन्म अनायास

नजरिये से बदलेगी ज़िन्दगी

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बचपन में दुनिया के शुरू होने की कहानी सुनी थी, पहले किरदार आदम और ईव की। दो इंसान जिनमें एक महिला तो दूसरा पुरुष। इन दोनों से दुनिया आगे बढ़ी और अब न जाने कितने आदम और ईव हैं। बचपन में सुनी बातें धुंधली ही सही मगर आजीवन याद रहती हैं, इसलिये इस परिपेक्ष्य में जिक्र कर दिया। खैर, दुनिया के शुरुआत के पीछे दो इंसानों की कहानी कहने का तात्पर्य यह है कि दो इंसान महिला और पुरुष थे, लेकिन कालांतर में एक को अधिकाशतः देह के रूप में देखा जाने लगा। यह देह कोई और नहीं बल्कि महिला है। जी हाँ। आज सामान्यतः हर कोने में महिला को देहरूपी वस्तु समझकर ही देखा जाता है। एक नन्हीं बच्ची जन्म के बाद से ही कई नजरों में आने लगती है। माता-पिता डर-डरकर अपनी बच्ची को पालते हैं। उसे स्कूल भेजने से पहले लड़कों की तुलना में ज्यादा सशंकित होते हैं। उसके कपड़ों पर नजर घर से निकलते ही पड़ोसियों, रिश्तेदारों एवं हर मिलने वालों की होती है कि देह तो नहीं दिख रही और अगर दिख भी रही है तो माता-पिता अवश्य गुनहगार हैं। अगर ऐसी दिखी तो उसके साथ कुछ भी हो सकता हैकिसी ने उसके साथ बुरा कर दिया तो गुनहगार का तमगा लड़की और उसके माता

दो देशों की मिट्टी की खुशबू बिखेरती है कविता ‘यह भी मेरे देश की मिट्टी

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भारत में पढ़ाई करते हुए फिजी की युवा लेखिका सुएता दत्त चौधरी ने अपनी कविता पुस्तक प्रकाशित की है, जिसका विमोचन भारत में फ़िजी के राजदूत योगेश पूंजा ने किया। सुएता दत्त चौधरी के इस पुस्तक को निकष प्रकाशन द्वारा प्रकाशित किया गया है। राजधानी दिल्ली में अपनी ‘यह भी मेरे देश की मिट्टी वह भी मेरे देश की मिट्टी’ कविता पुस्तक विमोचन समारोह में उन्होंने अपने पूर्वजों की मातृ भूमि के साथ काव्यात्मक संबंध का वर्णन किया। इस मौके पर फिजी के भारत में राष्ट्रदूत योगेश पूंजा, बीजेपी नेता विजय जौली,  मारवा स्यूडियो के संदीप मारवा एवं पत्रकार रत्नज्योति दत्ता शामिल हुए। इस अवसर पर फ़िजी में नामित भारतीय उच्चायुक्त पद्मजा ने युवा लेखिका को प्रोत्साहित किया। दरअसल, युवा कवयित्री सुएता दत्त चौधरी बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रही हैं। सुएता भारत-फिजी मित्रता फोरम की सदस्य एवं हिंदीलेखक संघ फिजी की सचिव भी है।  भारत और फ़िजी गणराज्य ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों से जुड़े हुए हैं। फ़िजी में बसे भारतीय मूल के लोगों की उपस्थिति से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध