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Showing posts from July, 2020

गांव सामुरसाई में पावर सब स्टेशन के बनने से 30 से 35 गांवों में बिना रूकावट पहुंचेगी बिजली

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झारखंड में सरायकेला खरसांवा जिला के खरसांवां प्रखंड के जोडीहा ग्राम पंचायत ग्राम साबुरसाई में 0.92 एकड़ सरकारी जमीन पर 33/11 केवी पावर सब स्टेशन का उद्घाटन किया गया। 28 जुलाई को हुए इस उद्घाटन में इस पंचायत की मुखिया मीना माझी भी उपस्थित रही। गौरतलब है कि इस समय क्षेत्र में खरसांवा से बिजली आ रही है। दूरी होने के चलते अक्सर यहां के लोगों को कम वोल्टेज और बार-बार बिजली जाने की परेशानी से भी गुजरना पड़ता है। लेकिन अब जल्दी ही इस पावर स्टेशन के बन जाने से इसके आस-पास के लगभग 30 से 35 गांवों के लोग बिजली की परेशानी से निजात पा लेंगे। यही नहीं किसानों को सिंचाई की भी सुविधा मिलेगी। प्रोजेक्ट मैनेजर आशीष कुमार सिंह के अनुसार यह पावर स्टेशन 6 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा। उन्होंने बताया कि इससे रोजगार भी मिल सकेगा।      

कोरोना,बाढ़ एवं वर्षा से परेशान है, कोसी क्षेत्र की जनता

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देश में पहले से ही लोग कोरोना की मार झेल रहे हैं, ऊपर से असम और बिहार में बाढ़ अलग तांडव मचा रहा है। असम की तरह ही बिहार में कोसी क्षेत्र की जनता कोरोना,बाढ़ एवं लगातार हो रही बारिश से परेशान है। दिल्ली से आये पत्रकारों के एक दल ने इस इलाके का भ्रमण करते हुए स्थानीय लोगों से बातचीत की। इस बारे में समाजसेवी अमरेंद्र पाठक"हीरा बाबू"ने बताया कि कोसी क्षेत्र की हालत बहुत ही खराब है। यहां लोगों के सामने रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो गयी है। इलाके के लोगों के बीच निरंतर सेवा में लगे युवा शक्ति के बिहार प्रदेश अध्यक्ष गौरी शंकर यादव ने राज्य सरकार पर जरुरतमंदों तक सहायता पहुँचाने में विफल रहने का आरोप लगाया। राजद नेता बालेश्वर यादव,हरिजन नेता कुसुम लाल चौपाल,राम कृष्ण मुखिया "मास्टर जी" एवं स्थानीय निवासी अशोक मिश्र ने बताया कि इस इलाके को कोई देखने वाला नहीं है। इसी तरह बड़ी कुसमौल के ग्रामीणों- रति लाल मुखिया,मुनेश्वर सदाय,गणेशी सदाय, दिगंबर सदाय,अनिल, कुमजीत सदाय,लालू कुमार, शिवाजी मुखिया,संजीत चौपाल,मुंशी चौपाल,दीपक चौपाल,सत्य नारायण मुखिया एवं किसुन चौपाल ने बताया कि इ

चारधाम देवस्थानम बोर्ड, चारधाम यात्रा के प्रबंधन की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड पर उच्च न्यायालय के निर्णय का स्वागत किया है। मुख्यमंत्री आवास में आयोजित प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य की आवश्यकताओं, श्रद्धालुओं की सुविधाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास की दृष्टि से बोर्ड का गठन किया गया है। पिछले वर्ष 36 लाख श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आए। आने वाले समय में इसमें बहुत वृद्धि होने की सम्भावना है। इसलिए इतनी बड़ी संख्या मे आने वाले यात्रियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।  उच्च न्यायालय ने एक तरह से राज्य सरकार के निर्णय पर अपनी मुहर लगाई है।       मुख्यमंत्री ने कहा कि हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि तीर्थ पुरोहित और पण्डा समाज के लोगों के हक हकूक और हितों को सुरक्षित रखा गया है। जहां भी धर्म और संस्कृति का विषय होता है, वहां परम्पराओं का बहुत महत्व है। हमने चार धाम के संबंध में सभी परम्पराओं को बनाए रखा है। सैंकड़ों सालों से स्थानीय तीर्थ पुरोहितों और पण्डा समाज ने चारधाम की पवित्र परम्पराओं का संरक्षण किया है। विपरीत परिस्थितियों के होने पर भी दूर दूर से आने वाले श्रद्धालुओं क

प्रेस काउंसिल भी कराए बार काउंसिल के तर्ज पर चुनाव:- शास्त्री

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जिस प्रकार से देश मे बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा देश, प्रदेश, जिला व तहसील स्तर पर बाकायदे चुनाव कराया जाता है, उसी प्रकार से प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया को भी चुनाव कराए जाने की व्यवस्था एवं अधिकार दिया जाना चाहिए, जिससे प्रेस काउंसिल भी पत्रकारों का चुनाव करा सके।  यह मांग ऑल इंडिया प्रेस रिपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार आचार्य श्रीकांत शास्त्री ने सरकार से की है।  डाक्टरों व अधिवक्ताओं के लिए उनके-उनके काउंसिल अपने-अपने स्तर से देश भर में बाकायदे चुनाव कराती है और निर्वाचित पदाधिकारी देश, प्रदेश एवं जिला स्तर पर अपने विधा के लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए कार्य करते हैं, लेकिन अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि पत्रकारों के लिए ऐसा कुछ भी नहीं है।  शास्त्री ने भारत सरकार से मांग करते हुए कहा है कि उपरोक्त की भांति P.C.I. को संसाधन सहित अधिकार जारी करें जिससे प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया भी पत्रकारों को अधिकार दे सके। देश की उपरोक्त संस्थाएं जैसे अपने विधा के लोगों का चुनाव कराती है उसी प्रकार से प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया भी पत्रकारों के लिए देश और राज्य में चुनाव संपन्

क्यों श्रावण में सुनसान है बाबा की नगरी झारखंड का देवघर ?

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आखिर क्यों श्रावण में पहली बार सील है, बाबा की नगरी झारखण्ड का देवघर? आदि काल से श्रावण के महीने में करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ लगने वाली भगवान शिव की नगरी झाड़खंड का देवघर इस बार वीरान पड़ा है। जहां सदा से श्रावण के महीने सुलतानगंज से 108 कि.मी. कांवड़ यात्रा तय कर देवघर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ लगती रहती थी। दरअसल, कोरोना संकट के कारण बाबा बैद्यनाथ का मंदिर आम दर्शनार्थियों के लिए महीनों से बंद है। सड़कें सुनसान है। बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है। जगह जगह बेरियर लगे हैं। शहर की सीमाएं सील हैं। सीमाओं पर मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात है। दिल्ली से पहुंची पत्रकारों की टीम की गाड़ी ज्यों ही पटना मोड़ पार कर देवघर जिले की सीमा पर पहुंची पुलिस बलों ने उन्हें रोक लिया। वहां तैनात मजिस्ट्रेट बी.के.चौबे ने बताया कि कोरोना संकट की वजह से शहर में बाहर से आने वालों पर प्रतिबन्ध है। हालांकि उन्होंने परिचय देने के बाद इजाजत दे दी। इस सीमा पर ए एस आई रंजीत टिर्की के नेतृत्व में पुलिस को तैनात किया गया था।  

स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान को पुनः स्थापित करे महाराष्ट्र सरकार

महाराष्ट्र राज्य पाठ्य पुस्तक निर्माण एवं पाठ्यक्रम अनुसंधान विभाग पुणे के बाल भारती द्वारा प्रकाशित कक्षा 8वीं की मराठी विषय की पुस्तक में अध्याय 2 पृष्ठ क्रमांक 2 पर देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले हुतात्मा भगत सिंह, राजगुरु एवं सुखदेव की त्रिकुटी में से सुखदेव के स्थान पर क़ुर्बान हुसैन का उल्लेख किया गया है। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास का कहना है कि क़ुर्बान हुसैन का स्वतंत्रता संग्राम में जो योगदान है उसका उचित स्थान पर समावेश होना चाहिए, किंतु एक महान क्रांतिकारी के नाम को हटाकर ऐसा करना पूर्णतः ग़लत एवं उस क्रांतिकारी सुखदेव के बलिदान का अपमान है। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव अतुल कोठारी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री को पत्र लिख कर माँग की है कि इस संदर्भ में अविलम्ब कार्यवाही करते हुए इस पुस्तक को तुरंत वापस लें एवं संशोधित पुस्तक छात्रों को वितरित की जाए। इसके साथ ही शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि ऐसी गलती करने वाले संबंधित अधिकारियों पर उचित कार्यवाही की जाए। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास द्

सीबीएसई की दसवीं और बारहवीं कक्षा के परिणामों में त्रिवेंद्रम का पास प्रतिशत सबसे ज्यादा

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हाल ही में देश भर में सीबीएसई की दसवीं और बारहवीं के परीक्षा के परिणाम घोषित किये गये जिसमें त्रिवेंद्रम ने सबसे अधिक पास होने वाले छात्रों की संख्या दर्ज की है। 13 जुलाई को 12वीं कक्षा के परिणाम घोषित हुए, जिसमें त्रिवेंद्रम ने 97.67 प्रतिशत उत्तीर्ण प्रतिशत के साथ लगभग सभी क्षेत्रों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। इसके बाद दूसरे नंबर पर  97.05 प्रतिशत के साथ बेगलुरू और 96.17 प्रतिशत उत्तीर्ण के साथ चेन्नई तीसरे स्थान पर रहा। परीक्षा में कुल 11,92,961 छात्रों ने परीक्षा दी, जिनमें से 10,59,080 छात्रउत्तीर्ण हुए। इस वर्ष का कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 88.78 प्रतिशत दर्ज किया गया है जो पिछले वर्ष के उत्तीर्ण प्रतिशत की तुलना में करीब 5.38 प्रतिशत अधिक है। सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा के सफल परिणामों में त्रिवेन्द्रम अव्वल तो रहा ही, 10वीं के परिणाम में भी इस क्षेत्र ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। दसवीं में त्रिवेंद्रम क्षेत्र के बच्चों का 99.28% पास प्रतिशत रहा, और वे पहले स्थान पर रहे। इसके बाद चेन्नई क्षेत्र 98.95% के साथ दूसरे स्थान पर रहा, जबकि बेंगलुरु 98.23% पास प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान

बिहार में 16 से 31 तक होने वाले लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ जारी रहेंगी कृषि, निर्माण कार्य एवं औद्योगिक गतिविधियां

16 जुलाई से 31 जुलाई तक  पूरे  बिहार  में  लॉकडाउन  लागू  किया  जा रहा है।  यह  लॉकडाउन  राज्य  मुख्यालय,  जिला मुख्यालय, अनुमंडल मुख्यालय, प्रखंड मुख्यालय के अतिरिक्त सभी नगर निकायों में लागू किया जाएगा। जिन स्थानों पर ज्यादा संक्रमण फैलने की संभावना थी, उन क्षेत्रों को लॉकडाउन के दायरे में लाया गया है। कृषि कार्य, ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में निर्माण गतिविधियां, औद्योगिक गतिविधियां, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये जारी रहेंगी। उन्होंने बताया कि आवश्यक एवं अनिवार्य सेवाओं से संबंधित  प्रतिष्ठानों जैसे-  चिकित्सा  सेवाओं,  खाद्यान्न  एवं  किराने  के  प्रतिष्ठान,  दवा  की  दुकानों, डेयरी एवं डेयरी से संबंधित प्रतिष्ठान, पेट्रोल पंप एवं सी.एन.जी. स्टेशन, बैंकिंग एवं ए.टी.एम., पोस्ट ऑफिस, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया आदि सेवाओं को भी इस आदेश से बाहर रखा गया है। परिवहन सचिव संजय अग्रवाल  ने  बताया  कि  लॉकडाउन  के  दौरान  वाहनों  के परिचालन को लेकर गाइडलाइन जारी की गई है। इस दौरान गुड्स ट्रांसपोर्ट पर किसी प्रकार की पाबंदी नहीं रहेगी। पूरे राज्य में मालवाहक वाहन बिना किसी रोक-टोक के

सुरक्षित सफर के लिये भारतीय रेल ने बनाया पोस्ट कोविड कोच

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भारतीय रेलवे की प्रोडक्शन यूनिट रेल कोच फैक्ट्री (कपूरथला) ने एक ‘पोस्ट कोविड कोच’ बनाया है, जिसमें कोविड मुक्त यात्री सफर के लिए कोच में हैंड्सफ्री सुविधाओं, कॉपर कोटिंग युक्‍त रेलिंग व चिटकनी और प्लाज्मा एयर प्यूरीफायर के अलावा टाइटेनियम डाई-ऑक्साइड कोटिंग भी की गई है। गौरतलब है कि इस पोस्ट कोविड कोच में पैर से संचालित पानी का नल एवं साबुन निकालने की मशीन, पैर से संचालित शौचालय द्वार (बाहर), पैर से संचालित फ्लश वाल्व, पैर से संचालित शौचालय के दरवाजे की चिटकनी, टॉयलेट के बाहर स्थित वॉश बेसिन में पैर से संचालित पानी का नल एवं साबुन निकालने की मशीन और डिब्बे के दरवाजे पर बांह से संचालित हैंडल लगे हैं, जिससे किसी को भी हाथ से छूने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके साथ ही कोच में कॉपर कोटिंग युक्‍त रेलिंग व चिटकनियां लगाई गई हैं क्‍योंकि कॉपर के संपर्क में आने वाला वायरस कुछ ही घंटों में निष्क्रि‍य हो जाता है। कॉपर में सूक्ष्मजीव-रोधी गुण होते हैं। जब कॉपर की सतह पर वायरस आता है तो आयन रोगाणु को जोर का झटका देता है और वायरस के अंदर स्थित डीएनए एवं आरएनए को नष्ट कर देता है। इस कोच में टाइटेनियम ड

अब ऑनलाईन मिल सकेंगे खादी और सिल्क फेस मास्क, केवीआईसी ने शुरू की बिक्री

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कोरोना से पहले की ज़िन्दगी जैसी थी, वैसी जीने में न जाने कितने और वक्त लगेंगे, मगर यह तो निश्चित ही है कि फिलहाल सबकी जीवनशैली बदल चुकी है। लोगों से दूरी और मास्क पहनने की मजबूरी यह हम सबकी ज़िन्दगी का हिस्सा है। वर्तमान समय की जरूरत को देखते हुए बाजार में अलग-अलग तरह के मास्क तो मिल ही रहे हैं, मगर अब लोग खादी फेस मास्क का भी इस्तेमाल कर सकेंगे। केवीआईसी यानि खादी और ग्रामोद्योग आयोग सूती और सिल्क दोनों मास्क बेच रहा है। जहां सूती फेस मास्क की कीमत नाममात्र 30 रुपये प्रति मास्‍क है, वहीं सिल्क मास्क 100 रुपये प्रति मास्‍क उपलब्ध हैं। मास्क की ऑनलाइन खरीद के लिए न्यूनतम 500 रुपये का ऑर्डर दिया जा सकता है, जिसमें खरीदारों के पास यह विकल्‍प है कि वे उपलब्ध चार प्रकार के मास्क में से अपनी पसंद के मास्‍क चुन सकते हैं, यानी काली पाइपिंग के साथ सफेद सूती मास्क, ट्राइ-कलर पाइपिंग के साथ सफेद सूती कॉटन मास्क, ठोस रंगों में सिल्क मास्क और अनेक रंगों में प्रिंटेट सिल्क मास्क। विशेष रूप से, खादी सूती फेस मास्क डबल-ट्विस्टेड 100%सूती कपड़े से बने हैं। ये मास्‍क तीन प्लेटों के साथ दोहरी-परत के हैं

अनलॉक शुरू होने के साथ ही छत्तीसगढ़ में औद्योगिक गतिविधियों ने फिर पकड़ी रफ्तार

अनलॉक शुरू होने के साथ ही छत्तीसगढ़ में औद्योगिक गतिविधियों ने फिर जोर पकड़ लिया है। न केवल औद्योगिक उत्पादन में तेजी आई है, साथ ही बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर भी निर्मित हो रहे हैं। अब तक राज्य की 80 प्रतिशत औद्योगिक इकाईयां सक्रिय हो चुकी है और कोविड के मापदंडों का पालन करते हुए डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार उपलब्ध करा रहे हैं। दरअसल, कोरोना संकट शुरू होने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर लॉकडाउन के दौरान भी औद्योगिक गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए रणनीति तैयार कर ली गई थी। इस दौरान सभी जरूरी सावधानियों के साथ प्रदेश के उद्योगों में उत्पादन होता रहा है, किन्तु अब लॉकडाउन समाप्त होने और अनलॉक शुरू होने के बाद उद्योगों को और ज्यादा रियायतें मिल गई है, जिससे उत्पादन में उत्तरोतर वृद्धि हो रही है। मार्च 2020 से जून 2020 के मध्य 258 नवीन औद्योगिक इकाईयों में लगभग 550 करोड़ रूपए का पूंजी निवेश किया गया, जिसमें 3360 व्यक्तियों को रोजगार के अवसर मिला है। इस अवधि में राज्य के लौह इस्पात उद्योगों द्वारा 27 लाख मीट्रिक टन लोहे का उत्पादन किया गया। राज्य सरकार द्वारा

भारत हमारे परंपरागत आधार पर आर्थिक विकास, वैश्विक व्यापार और समावेशी विकास को फिर से परिभाषित करेगा-डॉ. निशंक

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“विजय भारत” अभियान की शुरुआत करते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री  डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि भारत हमारे परंपरागत आधार पर आर्थिक विकास, वैश्विक व्यापार और समावेशी विकास को फिर से परिभाषित करेगा। इस अभियान के अन्तर्गत सुखी भारत को देखने के लिए नए उत्साह के साथ कोरोना जागरूकता अभियान के दूसरा चरण के आरम्भ के साथ भारत की ताकत को बढ़ावा देना, ब्रांड इंडिया का निर्माण करना, दुनिया में भारत की व्याख्या करना, "एक राष्ट्र, एक एजेंडा, एक स्वर" को देश में सद्भाव लाने के लिये बढ़ावा देना, विश्व गुरू के लिए भारत की महत्वाकांक्षाओं में तेजी लाने के लिए मेक इन इंडिया, इनोवेशन और आत्मनिर्भर भारत को प्रोत्साहित करना, अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए लोगों को एक मंच प्रदान करना एवं संचार और जनसंपर्क पेशेवरों के कौशल विकास को बढ़ावा देने जैसे कार्य शामिल है। विजय भारत अभियान लोगों को यह भी संदेश देता है कि राष्ट्रीय गौरव की भावना के निर्माण में अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार रहें और सीमाओं के पार से किसी भी खतरे के मामले में अपना योगदान दें।  

दिल्ली भाजपा ने की कोविड हेल्पलाईन नंबर की शुरूआत, लोगों को मिलेगी निशुल्क परामर्श की सुविधा

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“ कोरोना संकट में दिल्ली भाजपा बीमारी से पहले, बीमारी के दौरान और बीमारी के बाद भी दिल्ली के लोगों के साथ खड़ी है”, यह बात प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कही। इस संबंध में  दिल्ली भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कोविड हेल्पलाइन नंबर जारी किया जिस पर चिकित्सक दिल्ली के लोगों को टेलीफोन पर निशुल्क परामर्श देंगे। आदेश गुप्ता ने बताया कि दिल्ली भाजपा ने कोविड हेल्पलाइन नंबर की शुरुआत की है जिस पर सुबह 10 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक कॉल पर कोविड संबंधी या स्वास्थ्य संबंधी निशुल्क परामर्श ले सकते हैं। इसके साथ ही चिकित्सा सहायता के लिए 5 डॉक्टर्स की टीम प्रदेश कार्यालय में 12 बजे दोपहर से लेकर शाम 5 बजे तक उपलब्ध रहेगी। इस टीम में डॉ वीरेंद्र रोहिल्ला, डॉ अनिल गोयल, डॉ यू के चौधरी, डॉ अभिषेक गर्ग और डॉ वी के मोंगा होंगे। प्रदेश अध्यक्ष ने इस बारे में और जानकारी देते हुए कहा कि कोविड हेल्पलाइन नंबर पर टेस्ट के लिए, हॉस्पिटल में भर्ती होने के लिए, होम क्वारंटीन में कैसा खान-पान हो, प्लाज्मा की जरूरत कब है, घर से क्वारंटीन सेंटर कब जाना है, घर पर रहकर क्या सावधानियां ब

झारखंड में स्वास्थ्य देखभाल सहयोगी के रूप में महत्वपूर्ण है सहियाओं की भूमिका

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कोरोना वायरस एक ऐसे प्रकोप के रूप में लोगों की जिन्दगी में आया है, जिसकी चर्चा घर बाहर दो-तीन पीढ़ियों मे शायद ही कभी किसी ने की हो। एक अनजान बीमारी जिसका अब तक कोई ईलाज नहीं निकल सका है, मगर इससे बचाव जरूर किया जा सकता है। बड़ी संख्या में प्रभावित हो रहे लोगों को बचाने के लिये जागरूकता एक महत्वपूर्ण उपाय साबित हुआ है। समाज में रह रहे एक-एक तक पहुंच बनाने एवं उसे जागरूक करने में ऐसे कई कर्मी जुटे हैं, जिनके बारे में जानना भी जरूरी है। इन्हीं में से एक नाम सहिया यानि आशा कार्यकर्ताओं का भी है।     झारखंड में “सहिया” के नाम से जानी जाने वाली आशाकर्मी खासकर आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं में सहयोग करती हैं। राज्य में लगभग 42,000 सहिया हैं, जिन्हें 2260 सहिया साथियों (आशाकर्मियों), 582 ब्लॉक प्रशिक्षकों, 24 जिला सामुदायिक मोबलाइज़र और एक राज्य स्तरीय सामुदायिक प्रक्रिया संसाधन केंद्र की ओर से मदद मिलती है। शुरुआत से ही जनजातीय और दूरदराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं पहुंचाने में सहियाओं की प्रतिबद्धता को देखा गया है। इसी तरह यह सहियाएं मार्च 2020 से ही कोविड-19 स

Cheating proof परीक्षा पद्धति पर काम कर रहा NTA, विद्यार्थी घर बैठे दे सकेंगे परीक्षा

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चीनी वायरस कोरोना ने पूरे समाज में विपरीत परिस्थितियाँ निर्मित कर दी है। शिक्षा व्यवस्था में ऑनलाइन परीक्षा पर देश भर के विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षा संस्थान गहन चिंतन-मनन कर रहे हैं। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, भारतीय विश्वविद्यालय संघ व इग्नू के संयुक्त तत्वावधान में ऑनलाइन परीक्षा के संचालन, चुनौतियाँ और समाधान पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन हुआ। वेबिनार में इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति नागेश्वर राव ने अपने सम्बोधन में कहा कि ऑनलाइन परीक्षा के लिए सबसे पहले विद्यार्थियों की मानसिकता को समझना और बदलना होगा। पारम्परिक पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों में घबराहट है। यह ज़रूर है कि तकनीक वर्तमान में तेज़ी से बढ़ी है। हमारे देश के सुदूर इलाक़ों तक इंफ्रास्ट्रक्चर की बहुत बड़ी व्यवस्था खड़ी करनी होगी। ऑनलाइन परीक्षा पद्धति कक्षा 10-12 से ही लागू की जानी चाहिए, जिससे विद्यार्थी की मानसिकता बन सके।  इस अवसर पर राष्ट्रीय परीक्षा एजेन्सी(एनटीए) के महानिदेशक विनीत जोशी ने कहा कि हमारे संस्थान को भारत सरकार ने 2018 में स्थापित किया है। हमने दो साल में 1 करोड़ 33 लाख विद्यार

छत्तीसगढ़ में 1000 पुरुषों की तुलना में हैं 958 महिलाएं

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हाल ही में रजिस्ट्रार जनरल और जनगणना आयुक्त द्वारा वर्ष 2018 के आंकड़े जारी किए गए हैं, जिसमें छत्तीसगढ़ में 1000 पुरुषों की तुलना में 958 महिला है। वहीं, प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में भी लिंगानुपात सर्वाधिक 976 है। जबकि राष्ट्रीय स्तर पर ग्रामीण क्षेत्रों में 1000 पुरुषों की तुलना में 900 महिला हैं।  प्रदेश में बेटियों की सुरक्षा के लिए जन जागरूकता के साथ ही सरकारी प्रयास किये जा रहे हैं। प्रदेश में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना सहित कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं साथ ही  सोनोग्राफी सेंटर्स पर ट्रैकिंग सिस्टम लगाए गए हैं। ताजा जारी आंकड़ों के अनुसार जन्म के समय लिंगानुपात (एसआरबी) में छत्तीसगढ़ देशभर में अव्वल है। प्रदेश में अन्य राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों की तुलना में लिंगानुपात कहीं बेहतर है।    

प्रोग्रामिंग एवं डेटा साइंस में विश्व का पहला ऑनलाइन बी.एससी. डिग्री पाठ्यक्रम हुआ लॉन्च

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आईआईटी मद्रास द्वारा तैयार किया गया प्रोग्रामिंग एवं डेटा साइंस में ऑनलाइन बी.एससी. डिग्री पाठ्यक्रम लांच किया गया है जो इस विषय में विश्व का पहला ऑनलाइन पाठ्यक्रम है। यह पाठ्यक्रम (बी.एससी. डिग्री) उन छात्रों के लिए है जिन्होंने दसवीं कक्षा के स्तर पर अंग्रेजी और गणित की पढ़ाई के साथ बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण कर ली हो और किसी भी संस्थान में अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रम में दाखिला लिया हो। डेटा साइंस सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है जो एक अनुमान के  अनुसार वर्ष 2026 तक 11.5 मिलियन नौकरियों का सृजन करेगा। 30 जून 2020 को इस पाठ्यक्रम को लांच करते हुए केन्द्रीय संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि 2020 में बारहवीं कक्षा पूरा करने वाले छात्रों का मौजूदा बैच इस पाठ्यक्रम के लिए आवेदन करने का पात्र है। स्नातक और नौकरी कर रहे पेशेवर भी इस कार्यक्रम में दाखिला ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि विश्लेषण से पता चलता है कि हर साल 7 से 7.5 लाख भारतीय छात्र बेहतर शिक्षा की तलाश में विदेश जाते हैं और इससे हमारी प्रतिभा के साथ-साथ हमारा राजस्व भी देश से बाहर जाता है। आईआईटी मद्रास जैसी संस्थ