स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान को पुनः स्थापित करे महाराष्ट्र सरकार

महाराष्ट्र राज्य पाठ्य पुस्तक निर्माण एवं पाठ्यक्रम अनुसंधान विभाग पुणे के बाल भारती द्वारा प्रकाशित कक्षा 8वीं की मराठी विषय की पुस्तक में अध्याय 2 पृष्ठ क्रमांक 2 पर देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले हुतात्मा भगत सिंह, राजगुरु एवं सुखदेव की त्रिकुटी में से सुखदेव के स्थान पर क़ुर्बान हुसैन का उल्लेख किया गया है। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास का कहना है कि क़ुर्बान हुसैन का स्वतंत्रता संग्राम में जो योगदान है उसका उचित स्थान पर समावेश होना चाहिए, किंतु एक महान क्रांतिकारी के नाम को हटाकर ऐसा करना पूर्णतः ग़लत एवं उस क्रांतिकारी सुखदेव के बलिदान का अपमान है।


शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव अतुल कोठारी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री को पत्र लिख कर माँग की है कि इस संदर्भ में अविलम्ब कार्यवाही करते हुए इस पुस्तक को तुरंत वापस लें एवं संशोधित पुस्तक छात्रों को वितरित की जाए। इसके साथ ही शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि ऐसी गलती करने वाले संबंधित अधिकारियों पर उचित कार्यवाही की जाए।


शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास द्वारा माननीय राज्यपाल को भी पत्र लिख कर निवेदन किया गया है कि वे महाराष्ट्र सरकार को इस विषय में तुरंत कार्यवाही कर स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान को यथोचित पुनः स्थापित करने का आदेश दें।


 


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