प्रोग्रामिंग एवं डेटा साइंस में विश्व का पहला ऑनलाइन बी.एससी. डिग्री पाठ्यक्रम हुआ लॉन्च

आईआईटी मद्रास द्वारा तैयार किया गया प्रोग्रामिंग एवं डेटा साइंस में ऑनलाइन बी.एससी. डिग्री पाठ्यक्रम लांच किया गया है जो इस विषय में विश्व का पहला ऑनलाइन पाठ्यक्रम है। यह पाठ्यक्रम (बी.एससी. डिग्री) उन छात्रों के लिए है जिन्होंने दसवीं कक्षा के स्तर पर अंग्रेजी और गणित की पढ़ाई के साथ बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण कर ली हो और किसी भी संस्थान में अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रम में दाखिला लिया हो। डेटा साइंस सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है जो एक अनुमान के  अनुसार वर्ष 2026 तक 11.5 मिलियन नौकरियों का सृजन करेगा।


30 जून 2020 को इस पाठ्यक्रम को लांच करते हुए केन्द्रीय संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि 2020 में बारहवीं कक्षा पूरा करने वाले छात्रों का मौजूदा बैच इस पाठ्यक्रम के लिए आवेदन करने का पात्र है। स्नातक और नौकरी कर रहे पेशेवर भी इस कार्यक्रम में दाखिला ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि विश्लेषण से पता चलता है कि हर साल 7 से 7.5 लाख भारतीय छात्र बेहतर शिक्षा की तलाश में विदेश जाते हैं और इससे हमारी प्रतिभा के साथ-साथ हमारा राजस्व भी देश से बाहर जाता है। आईआईटी मद्रास जैसी संस्थाओं के पास देश में इस तरह की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अद्वितीय पाठ्यक्रम लाकर आत्मनिर्भरता की ओर देश को आगे बढ़ने में मदद करने के लिए दृष्टि और मिशन दोनों हैं।


जो छात्र अभी देश में कहीं भी अलग ऑन-कैंपस कार्यक्रम में दाखिला ले चुके हैं, वह अपने करियर या पाठ्यक्रम को बदले बिना भी इस डिग्री पाठ्यक्रम में नामांकन करा सकता है। यहां तक ​​कि वे नियोक्ता भी जो अपने कर्मचारियों के कौशल को बढ़ाना चाहते हैं, कर्मचारियों के उत्पादन समय में बिना किसी नुकसान के इस विकल्प पर विचार कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह पाठ्यक्रम आकर्षक क्षेत्र में छात्रों के लिए नौकरी की संभावनाओं को तेज करता है, कामकाजी पेशेवरों को करियर बदलने का अवसर प्रदान करता है और साथ ही आईआईटी मद्रास जैसे मान्यता प्राप्त संस्थान से डिग्री प्राप्त करने का अवसर भी प्रदान करता है।


गौरतलब है कि इस कार्यक्रम को एक अत्याधुनिक ऑनलाइन पोर्टल के जरिए चलाया जाएगा और यह देश के दूरदराज के इलाकों के शिक्षार्थियों को आकर्षित करेगा जहां डिजिटल साक्षरता की पहुंच न्यूनतम है और इस तरह उन्हें अपने कैरियर की तलाश में आगे रहने में मदद करेगा। यह सुनिश्चित करने के लिए कि ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म छात्रों को कक्षा में बैठकर पढ़ाई करने या सीखने जैसा अनुभव कराए, पाठ्यक्रम में संकाय से वीडियो, छात्रों को सीधे साप्ताहिक असाइनमेंट्स, नियमित पाठ्यक्रमों की तरह ही परीक्षाएं भी ली जाएंगी।


इस ऑनलाइन पाठ्यक्रम को तीन अलग-अलग चरणों में पेश किया जाएगा- फाउंडेशनल प्रोग्राम, डिप्लोमा प्रोग्राम और डिग्री प्रोग्राम। पाठ्यक्रम के प्रत्येक चरण में छात्रों को पाठ्यक्रम छोड़ने और आईआईटी मद्रास से क्रमशः प्रमाण पत्र, डिप्लोमा या एक डिग्री प्राप्त करने की आजादी होगी। इसके बारे में और अधिक जानकारी के लिए www.oniltegree.iitm.ac.in पर लॉग ऑन कर सकते हैं।


Popular posts from this blog

मुखिया बनते ही आन्ति सामाड ने पंचायत में सरकारी योजनाओं के लिये लगाया शिविर

झारखंड हमेशा से वीरों और शहीदों की भूमि रही है- हेमंत सोरेन, मुख्यमंत्री झारखंड

समय की मांग है कि जड़ से जुड़कर रहा जाय- भुमिहार महिला समाज।