करमा पर्व अपनी समृद्ध परंपरा, सभ्यता और संस्कृति को अक्षुण्ण रखने का प्रतीक है- मुख्यमंत्री झारखंड।

 सुकांति साहू, रांची


 17 सितंबर को रांची वीमेंस कॉलेज (साइंस ब्लॉक) स्थित आदिवासी छात्रावास परिसर में प्रकृति एवं करमा के अवसर पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन शामिल हुए ।मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पर्व अपनी समृद्ध परंपरा, सभ्यता और संस्कृति को अक्षुण्ण रखने का प्रतीक है । हम इस पर्व के माध्यम से अपनी सभ्यता और संस्कृति को और मजबूत बनाने का संकल्प लें । उन्होंने कहा कि करमा सिर्फ त्यौहार मात्र नहीं है, बल्कि यह कई संदेश भी हमें देता है । 


यह पर्व मानव जीवन का प्रकृति से अटूट लगाव को  दर्शाता है । सदियों से मानव सभ्यता और प्रकृति के बीच के समन्वय को बताता है । मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में चलना ही नृत्य है और बोलना ही गान है । करमा पर्व इसी की पहचान है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने करम राजा की पूजा की। मुख्यमंत्री ने  मांदर पर थाप दी तो छात्र छात्राओं के कदम थिरक रहे थे।

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