कोरोना महामारी में सीमित संसाधनों के बावजूद झारखंड सरकार ने किया बेहतर काम--बन्ना गुप्ता, स्वास्थ्य मंत्री।
चिन्मय
दत्ता, रांची।
झारखंड के
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर हम पूरी तरह
से सजग हैं। इस महामारी में राज्य सरकार ने सीमित संसाधनों के बावजूद अन्य राज्यों
के बनिस्पत बेहतर कार्य किया है स्वास्थ्य मंत्री ने रिम्स के न्यू ट्रॉमा सेंटर
के प्रथम तल पर नवनिर्मित सेंट्रल लैबोरेटरी सहित राज्यस्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं से
जुड़ी 50 करोड़ की योजनाओं के लोकार्पण समारोह में
बोलते हुए यह बात कही। गौरतलब है कि राज्य के विभिन्न जिलों में स्वास्थ्य संबंधी
सेवाओं को लेकर कई योजनाओं को शुरू किया जा रहा है।
उद्घाटन
कार्यक्रम में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अरूण कुमार सिंह ने विभाग की योजनाओं की जानकारी
देते हुए कहा कि कोविड के बचाव, रोकथाम तथा
इलाज के लिये राज्य के 19 जिलों के 27 स्थलों पर पीएम केयर फंड के तहत जहां 27 पीएसए प्लांट का उद्घाटन किया गया है वहीं जनसमुदाय
को रक्त संबंधित सभी तरह की सुविधायें उपलब्ध कराने के लिये रिम्स में
सेंट्रल लैबोरेटरी का निर्माण किया गया है।
उन्होंने
बताया कि कोबास 6800 लैब की
स्थापना होने से कोविड-19 के आरटी पीसीआर सैंपल की जांच हर दिन 1200 से ज्यादा हो सकेगी।
साथ ही न्यू ट्रॉमा सेंटर के प्रथम तल पर
256 स्लाईस सीटी स्कैन
के अधिष्ठापन से हाइ क्वालिटी ब्रेन कोरोनरी, एनजीओग्राफी के अलावा लंग्स एनलाईसिस का स्कैन की सुविधा भी मरीजों को मिल
सकेगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिये आधारभूत संरचना का
विकास किया जा रहा है।
राज्य में 5000 अतिरिक्त बेड तैयार करने का लक्ष्य है। राज्य में
करीब 21 हजार ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड तैयार किये जा
चुके हैं। जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल की आधारभूत संरचना के विकास का खाका तैयार
किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ की कमी है, इसके लिये राज्य सरकार ने नियमों में शिथिलता बरती
है।