खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिये राज्य में उठाये जा रहे हैं कई कदम- हेमन्त सोरेन, मुख्यमंत्री, झारखंड।
चिन्मय दत्ता, रांची।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि राज्य अब खेलों में भी अपनी अलग पहचान बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस दिशा में खेल और खिलाड़ियों के हित में सरकार चरणबद्ध तरीके से कदम उठा रही है। अभी तो शुरुआत है और आने वाले दिनों में और तेजी आएगी. राज्य गठन के बाद पहली बार खेल पदाधिकारियों की नियुक्ति हुई. राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़यों की सीधी नियुक्ति हो रही है. अबतक चालीस खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया जा चुका है। खिलाड़ियों को पुरस्कृत और सम्मानित किया जा रहा है। हर पंचायत में खेल मैदान विकसित किए जा रहे हैं। एस्ट्रो टर्फ स्टेडियम बनाए जा रहे हैं. इसका मकसद यही है कि यहां के बेटे-बेटियों के हुनर को निखारने के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध हों। उन्हें अपना हुनर दिखाने के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया जा रहा है, ताकि वे अपने शानदार प्रदर्शन से राज्य औऱ देश का नाम रौशन कर सकें।
यह बात मुख्यमंत्री सोरेन ने टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम का प्रतिनिधित्व करने वाली सलीमा टेटे और निक्की प्रधान के सम्मान में आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जहां हर दिन जीविका को लेकर चुनौतियों से जूझना पड़ता है. वहां सीमित संसाधनों के बीच यहां के बेटे-बेटियां आज खेल की दुनियां मे अपने शानदार प्रदर्शन से राज्य और देश का नाम रौशन कर रहे हैं।
. मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय महिला हॉकी टीम भले ही मेडल जीतने से चूक गई हो, लेकिन इन्होंने दुनिया के बेहतरीन हॉकी खेलने वाले देशों के खिलाफ जिस तरह का प्रदर्शन किया, वह किसी मेडल से कम नहीं है। झारखंड समेत पूरे देशवासियों को इन पर गर्व है।
हॉकी खिलाड़ियों के लिये आयोजित इस समारोह में निक्की प्रधान और सुश्री सलीमा टेटे को 50-50 लाख रुपए का चेक, एक-एक स्कूटी, लैपटॉप और स्मार्ट फोन प्रदान कर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि इन दोनों को उनकी मनचाहे शहर में लगभग तीन हजार स्क्वायर फीट का मकान सौगात के रुप में सरकार देगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इन दोनों बेटियों ने सीमित संसाधनों के बीच अपना मुकाम बनाया है, यह बहुत बड़ी उपलब्धि है. हमें अपने इन बेटियों पर गर्व है. लेकिन, हम खेल और खिलाड़ियों के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता के साथ पेश आएं, इसका पूरा ध्यान रखना होगा, ताकि ये भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन कर सकें और प्रतिभावान खिलाड़यों को इनसे प्रेरणा मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के खिलाड़ियों को व्यवस्था से जोड़ने की
कोशिश शुरू कर दी गई है. निक्की प्रधान और सलीमा टेटे समेत अन्य खिलाड़ियों को
सम्मानित करने का मकसद इन्हें व्यवस्था में रखने के लिए किया जा रहा है. ये
खिलाड़ी ना सिर्फ अपने प्रदर्शन से देश का मान-सम्मान बढ़ाएं,बल्कि भविष्य में वे बेहतर कोच और प्रतिभावान खिलाड़ियों के मार्गदर्शक का
रोल निभा सकें। इनका सहयोग लेने की ओर ये कदम उठाया जा रहा है.
राज्य में
खिलाड़ियों को मिलने वाली सुविधाओं को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न खेलों
के लिए रेसिडेंसियल सेंटर और डे बोर्डिंग खोलने की कवायद चल रही है. डे बोर्डिंग
में प्रशिक्षण के लिए चयनित खिलाड़ियों को सरकार की ओर से प्रति दिन पांच सौ रुपए
दिए जाएंगे। दोनों ही तरह के सेंटरों में खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने के लिए
उत्कृष्ट कोच रहेंगे। खेल प्रतियोगिताओं के दौरान किन्हीं वजहों से चोटिल होने वाले
खिलाड़ियों के इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाएगी। इस दिशा में खेल विभाग प्रावधान
बना रही है।