पानी-पानी हुई दिल्ली, लेकिन फिर भी लोग पीने के साफ पानी को तरसे।

 नई दिल्ली, 19 जुलाई।

मीमांसा डेस्क,


 पहली ही बरसात ने दिल्ली के छोटे-बड़े नालों में उफान ला दिया और अनेक कॉलोनियों सहित सड़कों पर पानी जमा हो गया। दिल्ली और उसके आस-पास के क्षेत्रों में 15 दिनों की देरी से आए मानसूनी बादलों ने पहले ही दिन पानी-पानी कर दिया, लेकिन इसके बावजूद लाखों लोगों को साफ पीने के पानी की कमी को बराबर झेलनी पड़ी। 

इसे लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि पहली ही बरसात ने दिल्ली को ऐसा धोया है कि वर्ल्ड क्लासदिल्ली में जगह-जगह टापू नज़र आने लगे हैं। हमने तो पहले ही दिल्ली सरकार को आगाह किया था और साथ ही कई सूझाव भी दिए थे ताकि मानसून आने से पहले सरकार अपनी पूरी तैयारी कर लें लेकिन दूसरे राज्यों में चुनावी पर्यटन में व्यस्त केजरीवाल और उनके मंत्री इस बात को भी अनदेखा कर दिया जिससे आज स्थिति बद से बदतर हो गई है।  

उन्होंने कहा कि दिल्ली में हल्की बारिश के बाद कई इलाकों में जलजमाव की समस्या हो गई है जिससे कई क्षेत्रों में गाड़ियां फंस गई है। प्रहलादपुर, मूलचंद, आई.टी.ओ., रामलीला मैदान, प्रगति मैदान, गीता कॉलोनी, द्वारका, नजफगढ़, मॉडल टाउन, मुंडका इत्यादि क्षेत्रों में पानी भरने से लोगों को भारी परेशानी हुई। कई क्षेत्रों में हुई भारी बारिश की वजह से सड़कें तालाब बन गई।

दिल्ली की इस स्थिति पर आदेश गुप्ता ने तंज कसते हुए कहा कि दिल्ली को वर्ल्ड क्लास सिटीबनाने का दावा करने वाले मुख्यमंत्री इसे एक बेहतर शहर बनाने की कोशिश करें तो ज्यादा अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के सत्ता में आने के बाद सड़कें बदहाल है, नाले-नालियों में से गाद निकाली नहीं जाती। पीडब्ल्यूडी. और सिंचाई विभाग अपनी जिम्मेदारी ठीक तरह से निभा नहीं रहा जिस कारण कम बरसात में भी दिल्ली तालाब बनी नज़र आती है।  

 गुप्ता ने कहा कि इस बार मानसून देरी से आया है। इसलिए दिल्ली सरकार नालों की सफाई के लिए ज्यादा समय मिला, लेकिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्रियों के लगातार दूसरे राज्यों के राजनीतिक पर्यटन पर होने के कारण दिल्ली को देखने वाला कोई नहीं था। उन्होंने कहा कि केजरीवाल हर चीज को वर्ल्डक्लास बना देने की बात करते हैं। दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था, स्वास्थ्य व्यवस्था, मोहल्ला क्लीनिक और मूलभूत ढांचे की वर्ल्डक्लास हालत तो दिल्लीवाले अच्छी तरह से देख ही चुके हैं।उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार को चाहिए कि दिल्ली में ढांचागत व्यवस्था में तुरंत सुधार करें ताकि आने वाले दिनों में दिल्ली को पानी-पानी होने से बचाया जा सके। 

 

 

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