जम्‍मू-कश्‍मीर के मसले पर सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री का लोकतंत्र की मजबूती एवं समग्र विकास पर जोर।

 


डॉ.समरेन्द्र पाठक

वरिष्ठ पत्रकार।

नयी दिल्ली,

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जम्‍मू-कश्‍मीर में लोकतंत्र की मजबूती एवं समग्र विकास के  लिए सहभागिता जरुरी है।

 मोदी यहां जम्‍मू-कश्‍मीर के मसले पर आयोजित सर्वदलीय बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह,उप राज्यपाल मनोज सिन्हा, कांग्रेस के गुलाम नवी आजाद,राज्य के पूर्व मुख्यमंत्रियों  फारूक अब्दुल्ला एवं  महबूबा मुफ्ती के अलावा अन्य कई दलों के नेता मौजूद थे। यह बैठक प्रधानमंत्री के सरकारी आवास पर बुलाई गयी थी।

इस बैठक में सभी नेताओं ने अपने विचार रखे। बैठक की शुरुआत में अमित शाह ने राज्य की ताजा हालात के बारे में जानकारी दी।सभी ने भारत के लोकतंत्र और संविधान के प्रति पूरी निष्‍ठा जताई।  

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री ने बैठक में दो बड़ी बातों पर विशेष जोर दिया। उन्‍होंने कहा कि जम्‍मू-कश्‍मीर में लोकतंत्र को जमीनी स्तर तक ले जाने के लिए हम सबको मिलकर काम करना होगा। 

उन्होंने यह भी कहा कि जम्‍मू-कश्‍मीर में समग्र विकास हो, हर इलाके एवं हर समुदाय तक विकास पहुंचे, इसके लिए साझेदारी हो और जनभागीदारी का माहौल जरूरी है।

प्रधानमंत्री ने  कहा कि जम्‍मू-कश्‍मीर में पंचायती राज से लेकर दूसरे स्‍थानीय निकायों से जुड़े सभी चुनाव सफलतापूर्वक हो चुके हैं। सुरक्षा से जुड़े हालात भी बेहतर हो रहे हैं। पंचायत चुनावों के बाद करीब बारह हजार करोड़ रुपये सीधे-सीधे पंचायतों के पास पहुंचे हैं। इससे गांव में विकास की रफ्तार को गति मिली है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्‍मू-कश्‍मीर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया से जुड़े अगले महत्‍वपूर्ण कदम, यानि विधानसभा चुनाव की तरफ हमें मिलकर जाना है। इसके लिए डिलिमिटेशन की प्रक्रिया को तेजी से पूरा करना होगा, ताकि हर क्षेत्र एवं हर वर्ग को पर्याप्‍त राजनीतिक प्रतिनिधित्‍व विधानसभा में प्राप्‍त हो सके।


उन्होंने विशेष रूप से दलितों, पिछड़ों एवं जनजातीय क्षेत्रों के साथियों को उचित प्रतिनिधित्‍व देने पर जोर दिया।एल.एस।

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