कोविड 19 में मानव सेवा के साथ प्रकृति संरक्षण के लिये भी सामाजिक उद्यमी शेरपुरिया की सराहनीय पहल, पौधरोपन कर बढ़ाएंगे गंगा तट की सुंदरता।
गाजीपुर
कोविड 19 की दूसरी लहर ने जिस तरह बड़ी संख्या में मानव जीवन को छीनने का काम किया उससे मृत इंसानों के दाह संस्कारों पर भी काफी असर पड़ा। मरीजों के निधन पर लोग मृतदेहों को लकड़ी के अभाव में गंगा के जल प्रवाह में बहाने लगे, जो हर किसी को भयभीत कर रहा था। ऐसे में सरकार के साथ ही कुछ ऐसे जागरूक समाजसेवी सामने आए जिन्होंने गंगा की पवित्रता को बनाए रखने के लिये अपना अहम योगदान दिया। संजय राय शेरपुरिया उन्हीं में से एक हैं, जिनकी मानव एवं प्रकृति सेवा उन्हें अन्य से अलग करती है।
इससे गंगा के प्रति आम आदमी में
जागरुकता पैदा होगी। साथ ही पौधरोपण से तटों की सुंदरता भी बढ़ेगी। इससे पहले
कोविड़ -19 की
वजह से मरीजों के निधन होने पर लोग मृतदेहो को लकड़ी के अभाव से गंगा के जल प्रवाह में
बहा रहे थे, जिससे
गंगा का जल प्रदूषित हो रहा था। इसे लेकर संजय राय शेरपुरिया ने लकड़ी बैंक की
स्थापना की है। इससे गरीब लोगों को निःशुल्क लकड़ी उपलब्ध करायी जा रही है, जिससे
जनपद के गंगा में मृतदेहो की संख्या में भारी कमी आयी और गंगा में प्रदूषण भी कम
हुआ है।
संजय राय शेरपुरिया ने एक टेली मेडिसिन उपलब्ध करायी है। जो जनपद में शहर से गांव देहात तक भ्रमण कर रही है और पहले से तैयार निश्चित स्थान पर जाकर टीम लोगों की कोरोना की जांच करती है, और पॉजिटिव होने पर उनको निर्धारित कोरोना कीट निःशुल्क उपलब्ध करवाती है। अब टेली मेडिसिन वाहन में शासन से मिलकर वैक्सीन भी लगाई जा रही है, जिससे आसानी से ग्रामीण क्षेत्रों में भी वैक्सीनेशन हो रहा है।
सैकड़ों ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर मशीन बाटें
कोरोना काल स्वास्थ्य विभाग के साथ स्वयंसेवी संस्थाएं भी कदम से कदम मिलाकर चलने का प्रयास कर रही हैं। इसी कड़ी में संजय राय शेरपुरिया के मार्गदर्शन में यूथ रूरल एंटरप्रेन्योर फाउंडेशन संस्था ने कोरोना मरीजों को इलाज के लिए 50 से अधिक ऑक्सीजन कन्संट्रेटर, जिले के डीएम को उपलब्ध कराए हैं। वहीं एसपी और नगर-परिषद के हर वॉर्ड को भी दिए हैं।
इसके
अलावा समाजिक संगठनों के साथ धार्मिक
मंदिरों, मस्जिद एवं कॉलेज एवं मीडिया कर्मियों
और अधिवक्ताओं में २०० से भी ज्यादा कन्सन्ट्रेटर बांटे हैं। फाउण्डेशन के
मार्गदर्शक संजय राय शेरपुरिया ने स्वास्थ्य विभाग को एक बड़ा सहयोग देने का काम
किया गया है। जो काफी सराहनीय कार्य है। ऐसे में सभी से आग्रह है कि जो लोग आर्थिक
रूप से सक्षम है। वह आगे आएं और लोगों की मदद में सहयोग प्रदान करें। जिससे कोरोना
महामारी से लड़ने में मदद मिल सके ।