किसान मेले में कृषि विशेषज्ञ ने कहा- जमीन को रखें आबाद , हमेशा मिलेगा रोजगार

 चिन्मय दत्ता,

जबसे देश आजाद हुआ तबसे कृषि में में काफी कुछ परिवर्तन हुआ। पहले लोग खेती के लिये केवल प्रकृति पर ही निर्भर थे, मगर बदलते वक्त में तकनीकी खेती और मशीनों के इस्तेमाल से कृषि क्षेत्र में काफी उन्नति हो रही है। यह बात किसान मेले में 70 वर्षीय कृषि विशेषज्ञ एवं सेवानिवृत प्रखंड तकनीकी दल अध्यक्ष ( टोन्टो पश्चिमी सिंहभूम)  राम चरित्र यादव ने कही। वैज्ञानिक युग होने से खेतों में अच्छी पैदावार हो रही है, जिससे खेती पर निर्भर किसानों की आय में भी वृद्धि होने लगी है।

कृषि विशेषज्ञ ने युवाओं से आग्रह करते हुए कहा कि वे कृषि से जुड़ें, क्योंकि वर्तमान समय में तकनीक की मदद से छोटी जमीन में भी मिश्रित खेती कर धनोपार्जन कर सकते हैं। इसके साथ पशुपालन जैसे क्षेत्र में भी काम करते हुए आगे बढ़ा जा सकता है, जिसमें अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने हुए कहा कि कृषि के साथ इससे जुड़े विभिन्न कार्यों को विधिवत करने से युवापीढ़ी अपना जीवन यापन अच्छी तरह से कर सकती है। इसके लिये उन्हें अपनी जमीन के टुकड़े को उसकी क्षमता के अनुसार उपयोग करना चाहिये।  किसी जमीन को खाली न रखें उसे आबाद रखें। चरणबद्ध तरीके से की गई खेती से न केवल एक किसान को रोजगार मिलता है बल्कि इससे कई और लोग भी लाभान्वित हो सकते हैं।

 पश्चिमी सिंहभूम के जगन्नाथपुर स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र परिसर में 16 एवं 17 मार्च को दो दिवसीय किसान मेले का आयोजन किया गया, जिसका मुख्य उद्येश्य किसानों को कृषि से जुड़कर अच्छी आय का श्रोत बनाने के लिये उपयुक्त दिशा निर्देश देना था।

 मेले में कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रमुख डॉ. प्रमोद कुमार, कृषि वैज्ञानिक डॉ. संजय साथी,  डॉ. अंजलि मिश्रा,  व टोंटो प्रखंड के राम चरित्र यादव ने किसानों को वर्तमान समय में  कृषि कार्य को प्रगति की ओर ले जाने वाली दिशा-निर्देशों से अवगत कराया। बड़ी संख्या में दूर-दूराज से आये किसानों ने इस मेले में भाग लिया। इस मेले में कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये 80 किसानों को पुरस्कृत भी किया गया।  

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