यू.एन.आई. प्रबंधन में बदलाव का सेव यू.एन.आई मूवमेंट ने किया स्वागत

सनंत सिंह 

नई दिल्ली, (एजेंसी)। देश की पुरानी समाचार एजेंसी यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ इंडिया (यू.एन.आई.) के अस्तित्व की रक्षा को लेकर आंदोलनरत "सेव यू.एन.आई मूवमेंट" ने मणिपाल ग्रुप के उपाध्यक्ष वी.पी. मुखोपाध्याय को अध्यक्ष एवं चार्टर्ड अकाउंटेंट विनोद कुमार मंडल को यू.एन.आई.के निदेशक मंडल में शामिल किये जाने का स्वागत किया है। 

मूवमेंट के संयोजक एवं बिहार सरकार के पूर्व प्रेस सलाहकार डॉ.आर.के.रमण और समन्वयक एवं जाने माने पत्रकार डॉ. समरेन्द्र पाठक ने इन नियुक्तियों का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई है कि इससे यू.एन. आई. के विवादों एवं समस्याओं का निदान होगा। 

श्री विस्वास त्रिपाठी को चैयरमैन पद से हटाने एवं प्रवंधन में बदलाव की मांग को लेकर कंपनी के कई शेयर धारकों ने गत दिनों एन.सी. एल.टी.का दरवाजा खटखटाया था।श्री त्रिपाठी को चोर दरवाजे से वर्ष 2012 में बोर्ड में लाया गया था,उसी समय से इसका देश व्यापी विरोध हो रहा है। 

मूवमेंट के नेताओं ने कहा है कि नया प्रवंधन विवादित मसलों को सुलझाने एवं संस्थान की तरक्की के लिए काम करेगा,ऐसी उम्मीद की जाती है। उल्लेखनीय है,कि श्री त्रिपाठी के कार्यकाल में यू.एन.आई. लगभग बर्वादी के कगार पर पहुँच गयी।कर्मचारियों का विभिन्न मदों का बकाया सौ करोड़ रुपये से अधिक हो चुका है। सौ से अधिक मामले प्रवंधन के खिलाफ देश के विभिन्न न्यायालयों में लंबित है। कंपनी के आय के प्रमुख स्रोत प्रसार भारती ने सेवाएं लेनी बंद कर दी है। प्रमुख समाचार पत्रों का भी यही हाल है।कर्मचारियों का वेतन आदि 50 महीने का बकाया है। 

संस्थान में अराजकता इतनी बढ़ गयी कि एक दलित कर्मचारी के उत्पीड़न के मामले में तत्कालीन संपादकीय प्रमुख नीरज वाजपेयी,श्री त्रिपाठी के कथित रिश्तेदार पत्रकार अशोक उपाध्याय सहित तीन व्यक्तियों को तिहाड़ जेल जाना पड़ा था।

 

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