असाधारण साहस दिखाने वाले विंग कमांडर बिभू दत्ता एसके जेनामनी वायु सेना पदक से हुए सम्मानित

 

हमारे देश में सैन्य वीरों की न जाने कितनी कहानियां हैं एवं जिन्हें उनकी वीरता के लिये उच्चतम सम्मानों से सम्मानित किया जाता है। ऐसे ही असाधारण वीरता दिखाने वाले विंग कमांडर विभू दत्ता एसके जेनामनी को वायु सेना पदक से सम्मानित किया गया। उनकी बहादुरी की कहानी कुछ इस तरह है।

जब 10 फरवरी 2020 को जगदलपुर में डेट कमांडर के रूप में काम करते हुए उन्हें पामेड के पास एक लाइव एनकाउंट साइट से गोली लगे कर्मी को बचाओ का संदेश प्राप्त हुआ । उन्होंने तत्काल दो हेलीकॉप्टर को मिशन के लिए तैयार किया और एनएटीआरओ के कमरे में लैंडिंग साइट का विश्लेषण किया, साथ ही यूएवी क्षेत्र के ओवरफ्लाइंड क्षेत्र की लाइव फीड ली। वर्तमान लैंडिंग स्थल पर उच्च खतरे को देखते हुएए उन्होंने एक वैकल्पिक लैंडिंग साइट की पहचान की और तुरंत उड़ान भर लिए।  

साइट पर पहुंचने पर उन्होंने कॉम्बैट एयर पैट्रोल सीएपी विमान को निर्देश दिया कि किसी भी खतरे को भांपने के लिए तीव्रता से स्कैन करें।  वहां पर हरी झंडी मिलने पर उन्होंने समुचित खतरे, अवरोधों और हवाओं को देखते हुए एक सुरक्षित दिशा में उतरने की पहल की। हेलीकॉप्टर लैंड करने के बाद पहियों पर रोशनी रखी गई क्योंकि मुख्य पहिए जमीन में धंस गए थे। इसके बाद शीध्र बचाव का काम शुरू किया गया और 8 हताहतों को बाहर निकाला गया जिसमें 2 एमआर और 01 नक्सल के शव थे।

हेलीकॉप्टर को लैंड कराते हुए उन्हें सीएपी विमान से एक इनपुट मिला कि उनके हेलीकॉप्टर के 1 किमी के दूरी पर 20-30 अज्ञात व्यक्ति हैं जो उनके तरफ बढ़ रहे हैं। उन्होंने अपने हेलीकॉप्टर को अज्ञात व्यक्तियों और नक्सलियों की मौजूदगी वाले स्थान से सुरक्षित दिशा में ले गए। दोनों हेलीकॉप्टर सुरक्षित जगदलपुर में लैंड हो गए। विंग कमांडर एसके जेनामनी की इस वीरता पर यह देश गर्वान्वित है।

 

Popular posts from this blog

मुखिया बनते ही आन्ति सामाड ने पंचायत में सरकारी योजनाओं के लिये लगाया शिविर

झारखंड हमेशा से वीरों और शहीदों की भूमि रही है- हेमंत सोरेन, मुख्यमंत्री झारखंड

समय की मांग है कि जड़ से जुड़कर रहा जाय- भुमिहार महिला समाज।