छठ व्रतियों के बीच उद्यमी अभिजीत ने बांटे दो क्विंटल लौकी।

आस्था का महापर्व छठ की तैयारियो ने  जोर पकड़ ली है। कोरोना संकट के मध्यनजर  महंगाई व्रतियों के बजट पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। ऐसे में कुछ सामाजिक लोग मदद के लिए आगे आएं है ताकि परंपरा और आस्था प्रभावित न हो। ऐसे ही सामाजिक लोगों की श्रेणी में है  उद्यमी अभिजीत दत्त ।
नहाय खाय से छठ पूजा के शुभारंभ को देखते हुए उन्होंने मंगलवार को आदित्यपुर माझी टोला क्षेत्र में व्रतियों के सहायतार्थ दो क्विंटल लौकी का वितरण किये।  उन्होंने बताया कि आगामी 19 नवंबर को व्रतियों के बीच सूप , नारियल एवं गागर नीबू आदि का वितरण किया जाएगा।  
छठ पूजा को लेकर सरकारी गाइडलाइन पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने  कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुड़ खाकर गुलगुले से परहेज करने वाली कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं। आज पूरा झारखण्ड, चाहे पक्ष हो या विपक्ष सीएम के छठ को लेकर अविवेकपूर्ण फैसले पर विरोध जता रहे हैं। और जताएं भी क्यों नहीं  ?  जब उपचुनाव में वोट डालने के लिए बुथ तक जाया जा सकता है तो अर्घ्य देने के लिए तालाब पर क्यों नहीं ?  उन्होंने कहा कि आस्था और परंपरा‌  पर  अविवेकपूर्ण निर्णय का व्यवहारिक रूप में कोई असर नहीं पड़ने वाला है।


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