बिहार चुनाव में जन सैलाब के मामले में तेजस्वी ने अपने पिता लालू का रिकार्ड तोड़ा


1 नवंबर 2020 को हुए बिहार विधान सभा चुनाव के दूसरे चरण के प्रचार अभियान में राज्य में विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव ने सभाओं में उमड़े जन सैलाब के मामले में अपने पिता एवं राजद सुप्रीमों लालू यादव के रिकार्ड को तोड़ दिया। इसके साथ ही दूसरे चरण में 17 जिलों की 94 सीटों पर आगामी 3 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए प्रचार बीती शाम समाप्त हो गया। इस चरण में 1514 प्रत्‍याशी मैदान में हैं। प्रथम चरण में 71 सीटों पर गत 28 अक्टूबर को मतदान ही चुका है।


दूसरे चरण के प्रचार अभियान में राजग की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित अनेक दिग्गजों ने जोर लगाया, वहीं विपक्ष की ओर से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एवं प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मोर्चा संभाला। बिहार में सत्ता पक्ष की ओर से प्रायः हर सभा में लालू-रावडी के15 वर्षो के कथित जंगल राज की याद दिलाने की कोशिश की गयी, वहीं तेजस्वी ने राजग के इतने ही वर्षो के शासन में राज्य की बदहाली,भय,भूख,गरीबी एवं पलायन आदि के मामले को उछाला।


तेजस्वी यादव ने सत्ता में आने पर 10 लाख लोगों को सरकारी नॉकरी देने का वादा भी किया। इन वादों से युवाओं का जन सैलाब उमड़ पड़ा और भीड़ जुटाने के मामले में तेजस्वी ने अपने ही पिता के वर्ष 1990-95 एवं 2020 के रिकार्ड को तोड़ दिया। वर्षो बाद बिहार की सभाओं में युवाओं में इस तरह का जोश देखने को मिला। जैसे अमरीकी राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव प्रचार हो।


वहीं राजग की ओर से मोदी की सभाओं में भीड़ तो जुटी,लेकिन उनके भाषणों में लोक सभा चुनाव की तरह गरमाहट नहीं दिखाई दी। राज्य के मुखिया कुमार विपक्ष के करारा प्रहार का समुचित जवाब भी न दे पाए। कभी प्रधानमंत्री पद के दावेदार माने जाने वाले "मिस्टर क्लीन" के नाम से प्रसिद्ध कुमार ने अपने भाषणों में पहली बार शाब्दिक मर्यादाएं भी तोड़ी,जिसने इनके पांच दशक के राजनीतिक सौम्यता पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया।


अभी तक के प्रचार अभियानों में लोजपा के नेता चिराग पासवान,जाप सुप्रीमों पप्पू यादव एवं अखवारों में विज्ञापनों के जरिये खुद को मुख्यमंत्री का दावेदार बताने वाली प्लुराल्स पार्टी की युवा नेत्री पुष्पम प्रिया चौधरी ने भी धुंआधार प्रचार किये। इस चरण में राजद का 28 सीटों पर भाजपा एवं 24 सीटों पर जदयू से सीधा मुकाबला है। महागठबंधन का दूसरा बड़ा दल कांग्रेस भी 24 सीटों पर भाजपा और जदयू के दिग्गजों को टक्कर दे रहा है।


दूसरे चरण में जिन दिग्गजों के किस्मत का फैसला होना है, उनमें राज्य के मंत्री रामसेवक सिंह,लालू यादव के समधी चंद्रिका राय, राजद नेता तेज प्रताप यादव, पूर्व मंत्री ललित यादव, फ़िल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के पुत्र लव सिन्हा,भाजपा नेता नंद किशोर यादव, राज्य के काविना मंत्री श्रवण कुमार,बाहुबली काली पांडेय एवं अमरेंद्र पांडेय के अलावा वीआईपी तथा वाम दलों के कुछ दिग्गज शामिल हैं।


 


 


Popular posts from this blog

पर्यावरण और स्वच्छता के लिहाज से ऐतिहासिक रहा आस्था का कुंभ 2019

मुखिया बनते ही आन्ति सामाड ने पंचायत में सरकारी योजनाओं के लिये लगाया शिविर

झारखंड हमेशा से वीरों और शहीदों की भूमि रही है- हेमंत सोरेन, मुख्यमंत्री झारखंड