कोई रातों-रात स्टार नहीं बनता, लक्ष्य के लिये होती है कड़ी मेहनत- अभिषेक झा, फिटनेस मॉडल

अगरआपने कोई सपना देखा है तो उसे पूरा करो। जिन्दगी में excuses नहीं होने चाहिये। किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिये 100 से 200 प्रतिशत तक दें। लक्ष्य के लिये मोटिवेशन खुद के अंदर होना बहुत जरूरी है। बॉडी बिल्डिंग में मेहनत, लगन और सकारात्मक सोच के दम पर अपनी पहचान बनाने वाले फिटनेस मॉडल अभिषेक झा उन युवाओं के लिये प्रेरणा हैं, जो सपने तो देखते हैं, मगर कई बार उन्हें हासिल किये बिना सफर बीच में ही छोड़ देते हैं।



27 वर्षीय अभिषेक फिटनेस मॉडल, ट्रेनर, न्यूट्रिशनिस्ट हैं।  उनकी आंखों में एक बड़े लक्ष्य को पाने की जिद साफ देखी जा सकती है। दिल्ली में जन्मे और यहीं से अपनी पढ़ाई पूरी करने वाले अभिषेक का झुकाव शुरू से ही खेलों की तरफ था। बेहतरीन एथलीट के रूप में उन्होंने कई पुरस्कार भी जीते। एक खिलाड़ी जिस तरह अपनी फिटनेस का ख्याल रखता है, अभिषेक भी खुद को फिट रखने के लिये शुरू से ही समर्पित रहे। इसके लिये उन्होंने ग्रेजुएशन के बाद एम बी ए करते हुए अपने घर के साथ वाले जिम में जाना शुरू किया।


उस वक्त उनके दोस्त ने वर्ष 2017 में प्रगति मैदान में होने वाले ही मेन चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिये कहा, जिसमें उन्हें कोई खास जगह तो नहीं मिली मगर यहीं से बॉडी बिल्डिंग फील्ड में शुरूआत हो गई। इसके बाद अभिषेक ने कई कॉम्पीटीशन में भाग लिया और किसी न किसी रैंक में विजेता बने लेकिन असली खुशी उन्हें मुंबई में होने वाले IHFF EXPO 2019 के एमेच्योर ओलंपिया में गोल्ड मेडल लेने के साथ ही मिली। अभिषेक अब ओलंपिया में बॉडी बिल्डिंग के पार्ट मेंस फिजिक में भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं। इसके लिये उन्हें प्रो कार्ड लेना है, जिसकी तैयारी वह हर दिन कर रहे हैं।



अभिषेक के 6 पैक ऐब्स का राज है लक्ष्य के लिये समर्पण


 अभिषेक बताते हैं कि भले ही उन्होंने प्रतियोगी के रूप में बॉडी बिल्डिंग में अपनी यात्रा 2017 से शुरू की लेकिन 6 पैक ऐब्स उनकी वर्षों की निरंतर मेहनत का ही नतीजा है। अभिषेक ने अन्य युवाओं की तरह ग्रेजुएशन के बाद 2 साल रियल स्टेट के क्षेत्र में जॉब भी की मगर उनकी मंजिल और खुशी कहीं और ही थी। इसका रास्ता उनकी फिटनेस से होकर गुजरा। पहली बार जब फिटनेस फिल्ड में आए तब कंधे में आर्थराइटिस की समस्या हुई कलाई के लिगामेंट्स में भी तकलीफ हो गई। डॉक्टर ने किसी भी हैवी एक्सरसाइज के लिये मना किया था। मगर उस वक्त भी वह धीरे-धीरे एक्सरसाइज करते रहे।


चुनौतियों से भरा है सफर


अभिषेक झा इस फिटनेस फील्ड में कैरियर बनाने की बात को लेकर कहते हैं कि इस क्षेत्र में चुनौतियां बहुत है। फिटनेस के लिये अपने शरीर के ऊपर डाइट के लेकर काफी खर्च करना पड़ता है, जो कई बार कमाई से ज्यादा हो जाती है। यानि कई बार earning से अधिक investment होती है। इस फील्ड में लोग दिखावे पर आते हैं। जबकि चकाचौंध पर नहीं जाना चाहिये। आपको यह सोचना जरूरी है कि आप केवल फॉलोअर्स के लिये सोशल मीडिया पर फोटो अपलोड करना चाहते है या फिर आपका कोई लक्ष्य भी है। वास्तव में इस फील्ड में आने के लिये पैसे से ऊपर passion का होना जरूरी है। अपना माइंड सेट करना पड़ता है। दोस्त परिवार सब छूट जाते हैं। हर दिन दूसरे दिन से प्लस में जाता है, तभी सफलता साथ होती है। जब आप ब्रांड बनते हैं, तब ब्रांड इडोर्समेंट भी मिलने लगते है।



मन में winner बनना पड़ता है


अभिषेक कहते हैं कि किसी भी लक्ष्य को पाने के लिये आत्मविश्वास और मेहनत का होना बहुत जरूरी है। यह सोचें कि मुझसे बढ़िया कोई है ही नहीं, मन में winner बनना पड़ता है। मेंस फिजिक में अलग-अलग रैंक हासिल करने वाले अभिषेक के अनुसार जब वह स्टेज पर होते हैं, तब उनकी खुशी पैसों से ऊपर होती है।



मेंस फिजिक कॉम्पिटिशन में अभिषेक झा की उपलब्धियां इस प्रकार हैं-



  • 1st रैंक, एमेच्योर ओलंपिया, IHFF Expo मुंबई (Amateur olympia 2019)

  • 2nd रैंक, शेरू क्लासिक मॉडल हंट, मुंबई (Sheru classic model hunt 2019)

  • 2rd रैंक, जेरई क्लासिक फिटनेस मॉडल,मुंबई (Jerai classic fitness model 2018)

  • 2nd रैंक, फिटलाइन क्लासिक, बॉडीपावर एक्सपो, मुंबई (Fit line classic, body power expo mumbai, 2018)

  • 1th रैंक, जेरैई क्लासिक, मुंबई (Jerai classic 2017)

  • 3 rd रैंक, मिस्टर नॉर्थ इंडिया, लुधियाना (Mr. North india, ludhiana)

  • 2nd रैंक,  मि. इंडिया (Mr india 2017)

  • 1st रैंक, फिट फैक्टर बॉडीपॉवर, दिल्ली (Fit factor body power 2017)

  • 2nd रैंक, PCA प्रो, दिल्ली (Pca pro, 2017)

  • 4th रैंक, वसीम क्लासिक, दिल्ली (Wasim classic, 2017)


https://vikalpmimansa.page/article/bodee-banaane-mein-jim-se-jyaada-mehanat-kichan-mein-hotee-hai-phitanes-ethaleet-abhishek-jha/32nwhu.html


 


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