सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ दिव्यांगों को प्राथमिकता के आधार पर मिले
पिछले 5 वर्षों से आधार कार्ड नहीं बनने के कारण दिव्यांग रमेश चंद्र मुंडा बेहद गरीबी की हालत में जीने को मजबूर थे। तंगहाली में वह अपने परिवार के साथ जी रहे थे, मगर अब उन्हें स्वामी विवेकानंद निःशक्त स्वाबलंबन प्रोत्साहन भत्ता " की राशि मिलनी शुरू हो गई है। ऐसा विभिन्न जागरूक लोगों के प्रयास से संभव हो सका है। दरअसल इस मामले में दो दिन पूर्व झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिला के अन्तर्गत पोटका प्रखंड के हाथीबिंन्धा ग्राम पंचायत के कोकदा गांव की आँगनबाड़ी सेविका मालती भकत द्वारा फोन कॉल के माध्यम से जिप सदस्या प्रतिमा रानी मंडल को दिव्यांग रमेश चंद्र मुंडा के बारे में जानकारी दी गई एवं समस्या के समाधान में सहयोग का अनुरोध किया गया था। इसके बाद जिला परिषद सदस्या के निर्देश पर पूर्व जिला पार्षद करुणा मय मंडल, रमेश चंद्र मुंडा के घर पँहुचे।
41 वर्षीय दिव्यांग रमेश मुंडा का बचपन से हाथ पाँव बिल्कुल सिंकुड़ा हुआ है एवं गर्दन में भी खिंचाव है। चलना-फिरना संभव नहीं है। इसलिये चाह कर भी उनके परिवार वाले उनका आधार कार्ड नहीं बनवा पाये। यहीं वजह रही कि आधार के बिना अंतिम बार मई - 2015 तक दिव्यांग भत्ता मिलने के बाद तत्कालीन शाखा प्रबंधक एस.डी.सी.सी.जादूगोड़ा द्वारा उनके खाते में दिव्यांग भत्ता की राशि नियमित आते रहने के बावजूद भुगतान में रोक लगा दिया गया। फलस्वरूप अपने खाते में राशि रहते हुये भी एक असहाय दिव्यांग पिछले पाँच सालों से आर्थिक तंगहाली में जिंदगी बिताने को विवश था।
रमेश चंद्र के इस हालत को मीडिया एवं सोशल मीडिया में काफी उठाया गया। इसके साथ ही पूर्व जिला पार्षद के अथक प्रयास से भी पोटका बी.डी.ओ.- कपिल कुमार तथा सी.डी.पी.ओ.- शैल वाला कुमारी ने इस मामले को संज्ञान में लिया। उनकी पहल पर रमेश चंद्र मुंडा को उनके बैंक खाता में पाँच साल का उनका रुका हुआ दिव्यांग भत्ता की राशि जो - 40,600/- रू. थी, उसमें से - 20,000/- रू. का भुगतान कॉपरेटिव बैंक जादूगोड़ा के शाखा प्रबंधक संजय कुमार द्वारा किया गया. साथ ही उनके द्वारा ये भी आश्वस्त किया गया कि इसके बाद से दिव्यांग रमेश को बैंक लाने की कोई जरुरत नहीं होगी। आगे भी रमेश चंद्र का भुगतान समय से कर दिया जाएगा, एवं उनका आधार कार्ड भी 10 दिन में बनकर तैयार हो जाएगा।
करूणामय मंडल ने इस कार्य के लिये बी.डी.ओ.तथा सी.डी.पी.ओ. को धन्यवाद देते हुए दिव्यांग रमेश के लिये सरकार से जल्द से जल्द शौचालय एवं प्रधानमंत्री आवास की भी माँग की। मंडल ने कहा ऐसे दिव्यांगों को प्राथमिकता के आधार पर सरकार द्वारा चलाई जा रही इन योजनाओं की लाभ मिलना चाहिए।