कोरोनावायरस के संचरण चक्र को तोड़ने के लिए भारतीय उद्योग राष्ट्रीय संकल्प का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा- एसौचैम महासचिव

लगभग 4.5 लाख से अधिक की सदस्यता वाले उद्योग समूह एसोचैम ने प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा किये गये 21 दिनों के सम्पूर्ण लॉकडाउन का समर्थन करते हुए कहा है कि कोरोनावायरस के संचरण चक्र को निर्णायक रूप से तोड़ने के लिए भारतीय उद्योग राष्ट्रीय संकल्प का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा। “स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, प्रधान मंत्री ने 1.3 बिलियन भारतीयों की सुरक्षा को सर्वोच्च राष्ट्रीय प्राथमिकता के रूप में रखते हुए यह कठिन और अभूतपूर्व फैसला लिया है।
ASSOCHAM के महासचिव दीपक सूद ने कहा कि हम इस लॉकडाउन के फैसले को एक आंदोलन बनाने और वैश्विक संकट से बाहर निकलने के लिये अपने सदस्यों और समाज के अन्य सभी हितधारकों तक पहुंचेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि 21 दिन के तालाबंदी में भारी आर्थिक लागत शामिल होगी। औद्यौगिक समूह के रूप में हम इस कठिन लड़ाई में हम अपने सभी हितधारकों - हमारे कर्मचारियों, स्वास्थ्य सेवाओं और वहां कार्यरत एक विशाल मानव संसाधन, ग्राहकों, बैंकरों और शेयरधारकों के साथ भारत की जीत के लिये हर कीमत पर खड़े होंगे।


शुक्र है कि भारत ने डिजिटल अर्थव्यवस्था में एक सराहनीय प्रगति हासिल की है, जिससे हमारी वित्तीय प्रणाली कार्यात्मक बनी हुई है.....
एसोचैम महासचिव ने कहा कि शुक्र है कि भारत ने डिजिटल अर्थव्यवस्था में एक सराहनीय प्रगति हासिल की है, जिससे हमारी वित्तीय प्रणाली कार्यात्मक बनी हुई है। सूद ने कहा कि "घर से काम करने की अवधारणा स्पष्ट रूप से अच्छी तरह से काम कर रही है और कर्मचारी अतिरिक्त घंटे भी लगा रहे हैं।" “हम प्रधानमंत्री के सामने यह बात रखेंगे कि हमारे हितधारकों से अपील करें कि वे घर के दरवाजे पर लक्ष्मण रेखा’ का सम्मान करें और अभी भी उत्पादक बने रहें। 


इसके साथ ही एसोचैम महासचिव ने कहा कि बजटीय बाधाओं के बावजूद और प्रतिस्पर्धी मांगों को पूरा करने एवं, Carona virus से निपटने के लिए हेल्थकेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए विशेष रूप से 15,000 करोड़ रुपये का निवेश करना सरकार का एक साहसिक निर्णय है।  


 


 


 


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