26 जनवरी 2020 को  गणतंत्र दिवस परेड में राजपथ पर दिखेगी स्टार्टअप इंडिया की झांकी


हर वर्ष गणतंत्र दिवस परेड में अलग-अलग राज्यों, एवं देश में चल रहे खास कार्यक्रमों पर रंग-बिरंगी झांकियां दिल्ली के राजपथ पर देखने को मिलती हैं। झंडोत्तोलन के बाद यह वक्त होता है, जब हम अपने देश की समृद्ध संस्कृति एवं सभ्यता को बड़ी तन्मयता से गर्व के साथ देखते और महसूस करते हैं। इस बार गणतंत्र दिवस के परेड में एक और खास झांकी शामिल होगी। 


वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत उद्योग एवं आंतरिक व्‍यापार संवर्धन विभाग इस साल गणतंत्र दिवस परेड में स्‍टार्टअप इंडिया पर एक झांकी प्रदर्शित करेगा। "स्‍टार्टअप्‍स आसमान तक" पहुंच विषय पर बनी झांकी में स्‍टार्टअप के जीवन चक्र के विभिन्‍न चरणों और इस दौरान सरकार द्वारा उसे मिली सभी तरह की सुविधाओं को दर्शाया जाएगा। इस झांकी में स्टार्टअप इंडिया के अस्तित्व में आने और उससे लोगों के जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों को दिखाया जाएगा।  


झांकी में सबसे आगे एक सृजनात्‍मक दिमाग दर्शाया जाएगा, जो दुनिया की वास्‍तविक समस्‍याओं का समाधान निकालने के लिए नये विचारों से पूर्ण होगा। झांकी के मध्‍य में स्‍टार्टअप इंडिया ट्री होगा, जो स्‍टार्टअप को मिल रही विभिन्‍न सुविधाओं को दर्शाएगा। झांकी में दर्शायी जाने वाली सीढि़यां स्‍टार्टअप के विकास के विभिन्‍न चरणों परिकल्‍पना, प्रारूप का सृजन, व्‍यापार योजना का निर्माण, टीम का गठन, बाजार में उतारना और समय के साथ इसकी वृद्धि को बताएगी।


झांकी के पिछले हिस्‍से में अर्थव्‍यवस्‍था के सेक्‍टरों को दर्शाया जाएगा, जहां भारतीय संस्‍थाओं ने आर्थिक वृद्धि को गति दी और बड़े स्‍तर पर रोजगार के अवसर सृजित किए। झांकी में भारत का नक्‍शा अर्द्धशहरी एवं ग्रामीण इलाकों में स्‍टार्टअप आंदोलन के निरंतर विस्‍तार को दर्शाएगा। झांकी में चक्र और नक्‍शा दोनों देश में स्‍टार्टअप इंडिया आंदोलन के फैलाव और गहराई को बताएंगे।


स्‍टार्टअप इंडिया भारत सरकार की एक महत्‍वपूर्ण पहल है,  जिसका उद्देश्‍य देश के युवाओं को पूंजी बनाने के सपने को पूरा करने के लिए प्रेरित करना और उन्‍हें रोजगार लेने वाला नहीं, बल्कि रोजगार देने वाला बनाना है।


16 जनवरी, 2016 को शुरू की गई स्‍टार्टअप इंडिया कार्य योजना के तहत सक्षम कंपनियां, कर लाभ पाने, आसान स्‍वीकृति और आईपीआर एवं अन्‍य लाभों के लिए डीपीआईआईटी द्वारा स्‍टार्टअप्‍स का दर्जा पा सकती हैं। अभी 28 राज्‍यों एवं 7 केन्‍द्र शासित प्रदेशों के 551 जिलों में 26,000 से अधिक स्‍टार्टअप कंपनियां हैं। सूचना प्रौद्योगिकी, उद्योग 4.0, शिक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल, कृषि, ऊर्जा, वित्‍त, अंतरिक्ष, रक्षा और अर्थव्‍यवस्‍था के अन्‍य क्षेत्रों में काम कर रही भारतीय स्‍टार्टअप्‍स ने वैश्विक निवेश को आकर्षित किया है और दो लाख 91 हजार से अधिक रोजगारों का सृजन किया है।              


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