बाथरूम में नहीं बिस्तर पर बालों का गिरना है परेशानी


खूबसूरत, लम्बे, घने और काले बाल किसी युवती के सौंदर्य में चार चाँद लगा देते हैं तो सिल्की रेशमी जुल्फों की जरूरत पुरूषों के आत्मविश्वास को और मजबूत करती हैं। एक साधारण रंग रूप को भी खूबसूरत बाल आकर्षक बना देता है, और लोग उसे बार-बार देखने को मजबूर होते हैं। मगर आजकल ये खूबसूरत बाल लोगों को बहुत याद आने लगे हैं, क्योंकि अधिकतर लोग, जिनमें महिला एवं पुरूष दोनों हैं, बाल गिरने और इससे जुड़ी कई समस्याओं से परेशान हैं। बालों से जुड़ी समस्या, उसके समाधान और लोगों में भ्रांतियों को लेकर पेश है हेयर स्पेशलिस्ट डॉ. गौरव गुप्ता की यह खास टिप्स..



  •  पानी बदलने से बाल झरते हैं, यह एक मिथ्या है, मगर मौसम बदलने से बाल झड़ते हैं।

  • कोई भी शैंपू बालों को गिरने से नहीं रोक सकता है, यह सिर्फ बालों को साफ करने का काम करता है। शैंपू से बाल न झड़ता है, न रूकता है, जबकि शैंपू के दौरान टूटे हुए बाल नजर आते हैं, इसलिये लोगों के लगता है कि शैंपू से बाल झड़ते हैं।

  • कलर करने से बाल नहीं झड़ते हैं, अगर एलर्जी हो तो अलग बात है।

  • पौष्टक आहार की कमी से बाल गिरते हैं।

  • बाल ज्यादा कंघी करने से नहीं झड़ते हैं, इसे खींचने से, तेज मालिश करने से, बालों का झड़ना लाजिमी है।

  • कसकर बाल बांधने से बाल कम हो जाते हैं। इसे ट्रेक्सन अलोपीसिया कहते हैं।

  • शैंपू बार-बार बदलने से ज्यादा असर नहीं पड़ता, जब तक कोई चीज जड़ तक इफेक्ट नहीं करेगा, तब तक उसका प्रभाव भी नहीं हो सकता।

  • तेल लगाने से बाल आते हैं, ये मिथ्या है। किसी भी तेल में ऐसा कुछ नहीं है, जो बालों को बढ़ने में मदद करें। बालों को तेल की जरूरत नहीं है, हाँ, तेल स्कीन को नमी देता है।

  • कोई भी चीज जिसमें मॉइस्चर हो, वो त्वचा को सॉफ्ट करता है। हम जो भी दही, मेहंदी आदि लगाते हैं, वह बालों को पॉलिश करने का काम करता है। जड़ों में इसकी भूमिका नहीं होती है।

  • अगर बालों पर कई तरह के प्रयोग किये जाएँ तो इसकी जड़ों पर फर्क पड़ता है।

  • बाल काटने से बाल नहीं बढ़ते हैं, इसकी ग्रोथ होती है, एक समय के बाद बाल बढ़ता जाता है।

  • बाल गिरने के बाद सिर दिखना ही गंजापन है। दवाओं से भी बाल झड़ते हैं। जैसे कैंसर की दवाओं की वजह से गंजापन आ जाता है, और सामान्यतौर से पूरे शरीर के बाल चले जाते हैं।

  • बारिश के मौसम में बाल अधिक झड़ते हैं। लम्बी बीमारियों में जैसे टीबी, टायफाइड, मलेरिया आदि में बाल झड़ते हैं।

  • दिन में 100 बालों का झड़ना नॉर्मल कहा जाता है, इसकी संख्या ज्यादा होना चिंता का विषय है। बाथरूम में बाल गिरना परेशानी नहीं है, मगर बालों का बिस्तर पर गिरना परेशानी है।


Popular posts from this blog

मुखिया बनते ही आन्ति सामाड ने पंचायत में सरकारी योजनाओं के लिये लगाया शिविर

झारखंड हमेशा से वीरों और शहीदों की भूमि रही है- हेमंत सोरेन, मुख्यमंत्री झारखंड

समय की मांग है कि जड़ से जुड़कर रहा जाय- भुमिहार महिला समाज।