मिथिला के महान सपूत, एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र को दिल्ली में बुद्धिजीवियों ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि ।


नई दिल्ली के कनॉट प्लेस के बाबा खड़ग सिंह मार्ग स्थित मिथिला चौक पर आयोजित बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र की श्रद्धांजलि सभा में जाने माने वरिष्ठ पत्रकार डॉ. समरेंद्र पाठक, बिहार सरकार के पूर्व प्रेस सलाहकार डॉ आर.के रमन, प्रसिद्ध हरियाणवी कवि प्रताप अनम, राजस्थान पत्रकार संघ के प्रमुख ओमेंद्र दाधीच,उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार पं. उपेंद्र नाथ मिश्र,फिल्म अभिनेता अंजनी कुमार,कबीर आश्रम एकडारा-  समस्तीपुर के प्रमुख महंथ संत प्रसाद दास,अखिल भारतीय मिथिला राज्य संघर्ष समिति के अन्तराष्ट्रीय संयोजक प्रो. अमरेंद्र झा, फिल्म जगत की प्रसिद्ध पत्रिका सिने आज कल के प्रधान संपादक कुमार समत ,प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र कुमार, भोजपुरी खबर के अजित सिंह,वर्ल्ड मीडिया के विजेंद्र गोस्वामी,राष्ट्रीय सहारा के पूर्व वाणिज्य प्रमुख राजेंद्र दुबे ,पश्चिम बंगाल के सामाजिक कार्यकर्ता विशाल रॉय, इंद्रप्रस्थ पत्रिका के संपादक सजन कुमार झा ,उर्दू के वयोवृद्ध पत्रकार मो. सुल्तान कुरैशी, समाज सेवी मोहन सिंह एवं नेशनल डेमोक्रेटिक पीपुल्स फ्रंट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बाबू मुन्ना सहित सैकड़ों लोगों ने दिवंगत नेता के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम का आयोजन राजपूत गण परिषद के प्रमुख सनंत सिंह ने किया।


श्रद्धांजलि सभा के बाद वरिष्ठ पत्रकार डॉ. पाठक, मिथिला आंदोलन के प्रो. झा एवं एन.डी.पी. एफ के नेता बाबू मुन्ना ने मीडिया से बातचीत में कहा कि डॉ. मिश्र देश के कद्दावर नेताओं में से एक थे । उन्होंने समाज के सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम किया । उन्होंने यह भी कहा कि उनके अंतिम संस्कार के समय बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने जैसी उदासीन व्यवस्था की, वह अत्यंत निंदनीय है। कम से कम बिहार के मुख्य मंत्री को इस मामले में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी से सिख लेनी चाहिए ।


 उन्होंने ये भी कहा कि डॉ. मिश्र के अनुयायी मिथिला ही नहीं पूरे बिहार में है और कुमार को इसका खामियाजा आगामी विधानसभा चुनाव में भोगना पड़ेगा।


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