देश के आठवें उपराष्ट्रपति और नौवें राष्ट्रपति रहे डॉक्टर शंकर दयाल शर्मा


19 अगस्त यानि आज देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर शंकर दयाल शर्मा का जन्म दिवस है। आज ही के दिन इनका जन्म भोपाल में 1918 को हुआ। इनके सिलसिलेवार सफर की बात करें तो 1940 के दशक में ये भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हो गए। इसके लिये इन्होंने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ले ली। 1952 से 1956 तक ये भोपाल के मुख्यमंत्री रहे। तब भोपाल का विलय अन्य राज्यों में कर मध्यप्रदेश की रचना हुई।


1960 के दशक में इन्होंने इन्दिरा गांधी को कांग्रेस के नेतृत्व प्राप्त करने में सहायता दी। 1972 से 1974 तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे। 1974 से 1977 तक ये केन्द्र सरकार के संचार मंत्री रहे। 1985 से 1986 तक ये पंजाब के राज्यपाल रहे। अंतिम बार राज्यपाल का दायित्व डॉ. शंकरदयाल ने 1985 से 1987 तक महराष्ट्र में निभाया। ये भारत के आठवें उपराष्ट्रपति रहे एवं नौंवे राष्ट्रपति के रूप में पदासीन हुए।


     इन्हें लखनऊ विश्वविद्यालय से समाज सेवा में चक्रवर्ती स्वर्ण पदक प्राप्त हुआ। कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय ने इन्हें मानद डॉक्टर ऑफ लॉ की डिग्री देकर सम्मानित किया। इनका विवाह विमला शर्मा से हुआ। 9 अक्टूबर 1999 को दिल की दौरा पड़ने पर दिल्ली में इनका निधन हो गया।


  गौरतलब है कि डॉक्टर शंकर दयाल शर्मा स्वर्ण पदक से सभी प्रतिष्ठित भारतीय विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाता है। यह पुरस्कार स्नातक विद्यार्थियों को दिया जाता है, जिन्हें समान्य द़क्षता की दृष्टि से सर्वश्रेष्ठ माना जाता है जिसमें चरित्र, आचरण और अकादमिक प्रदर्शन में उत्कृष्टता, पाठ्येतर गतिविधियां और सामाजिक सेवा शामिल है।


 उपरोक्त जानकारी पाठक मंच का साप्ताहिक कार्यक्रम इंद्रधनुष की 679वीं कड़ी में दी गई।


     


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