ताजमहल के आस-पास हरियाली बढ़ने से पर्यटकों को मिलेगा बेहतरीन नजारा


हाल ही में आगरा में ताज महल और आगरा किले के बीच ताज कॉरिडोर क्षेत्र में ताज व्यू गार्डन की आधारशिला रखी गई है जिसका लक्ष्य ताज महल के आसपास तेजी से पौधारोपण कर हरियाली को बढ़ाना है। इससे ताज महल के आसपास प्रदूषण को घटाने में तो मदद मिलेगी ही साथ ही पर्यटकों को यहां बेहतरीन नजारा भी देखने को मिलेगा।


भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण संस्थान और भारत सरकार का संस्कृति मंत्रालय मिलकर मुगलकालीन चारबाग गार्डन की तर्ज पर ताज व्यू गार्डन को विकसित कर रहा है। 


इसके साथ ही मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने ताज महल के पूर्वी गेट पर नव-निर्मित पर्यटक सेवा केंद्र के पास स्थायी फोटो प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। इस प्रदर्शनी का थीम ‘प्राचीन काल से ताजमहल’ रखा गया था। ये फोटो प्रदर्शनी सिर्फ पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र ही नहीं होगी बल्कि इससे अनुसंधान में रुचि रखने वाले लोगों और छात्रों को भी मदद मिलेगी। फोटो प्रदर्शनी में दिखाए गई तस्वीरों में से सबसे पुरानी तस्वीर 1862 की है जबकि सबसे हाल की तस्वीर 2018 की है। इस फोटो प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य  लोगों को हमारी बेहद मजबूत विरासत की एक झलक देना और युवा पीढ़ी को इसे संरक्षित रखने के लिए प्रेरित करना है।


ताजमहल भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा जिले में यमुना नदी के किनारे स्थित है। बढ़ता प्रदूषण यहाँ के पर्यटन के लिये बड़ी समस्या पैदा करता रहा है, जिसके लिये ताज व्यू गार्डन की आधआर शिला रखी गई है।



दुनियाँ के सात अजूबे में शामिल ताजमहल दुनियाँ में सबसे ज्यादा देखे जाने वाली इमारत है। हर साल देश-विदेश से लगभग 70 से 90 लाख सैलानी ताजमहल की एक झलक लेने आगरा आते हैं। मुगल सम्राट शाहजहाँ ने अपनी सबसे प्रिय बेगम मुमताज की याद में ताजमहल बनवाया था। कहा जाता है कि बाद में शाहजहाँ ने ताजमहल बनाने वाले कारीगरों व मजदूरों के हाथ कटवा दिये थे जिससे कि ऐसी दूसरी इमारत न बनाई जा सके। वर्ष 1983 में यूनेस्को द्वारा ताजमहल को विश्व धरोहर की सूचि में शामिल किया गया और 2007 में यह दुनियाँ के सात अजूबे में शामिल हुआ।


 


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