उप राष्ट्रपति ने दी युवाओं को प्रोटीन युक्त भोजन करने और स्वस्थ जीवन शैली अपनाने की सलाह।

 


कोविड से निपटने के लिए उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने उचित रवैया को प्रोत्साहित करने और लागू करने का आह्वान कियाजिसके चलते देश में इस वायरस को रोकने पर सफलता मिली थी। उन्होंने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए ‘टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट’ की सिद्ध और विश्वसनीय रणनीति को नए सिरे से लागू करने का आह्वान किया। इसके साथ ही उप राष्ट्रपति ने युवाओं को प्रोटीन युक्त भोजन करने और अपनी प्रतिरक्षा को बढ़ाने और स्वस्थ रहने के लिए स्वस्थ जीवन शैली अपनाने की सलाह दी।

देश में कोविड-19 मामलों की बढ़ती संख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए नायडू ने आगाह किया कि स्वास्थ्य सेवा का बुनियादी ढांचा अनिवार्य रूप से भारी दबाव में आ जाएगा। उन्होंने 10 राज्यों पर विशेष ध्यान देने का आह्वान कियाजिनकी कोरोना के मामलों के 85 प्रतिशत हिस्सेदारी है और जहां पिछले 14 दिनों में 89 प्रतिशत मौतें हुई हैं।

यह स्वीकार करते हुए कि यह कठिन चुनौती का वक्त हैउपराष्ट्रपति ने कहा कि हम पिछले साल की तुलना में आज बेहतर तैयार हैं क्योंकि पिछले एक वर्ष के दौरान देश ने बुनियादी ढांचे में वृद्धि की है। उन्होंने कहा, "अब हमारे पास टीके हैं जो सुरक्षित और प्रभावी हैं।"

यह देखते हुए कि राज्य के संवैधानिक प्रमुख के रूप में प्रत्येक राज्यपाल इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण भूमिका में हैंउपराष्ट्रपति नायडू ने कहा कि वे अपने संबंधित मुख्यमंत्रियों का सक्रिय रूप से सहयोग करें और सर्वसम्मत रुप से कार्य करें। उन्होंने राज्यपालों से कहा, "आप न केवल अपने अनुभव और विशेषज्ञता को साझा कर सकते हैंबल्कि एक अधिक प्रभावी रणनीति तैयार करने में राज्य सरकारों का मार्गदर्शन कर सकते हैं।"

नायडू ने राज्यपालों से राज्य सरकारों के साथ काम करने और इसे एक जन आंदोलन बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा, "शैक्षणिक संस्थाननागरिक समाज संगठनपरोपकारी और कॉर्पोरेट घराने पिछले एक साल के दौरान सक्रिय भागीदार बन गए हैं।" उप राष्ट्रपति ने कहा कि इस दूसरी लहर के दौरान भी उन्हें कोरोना के खिलाफ लड़ाई में साथ लाने की जरूरत है।

उप राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि कोविड-उपयुक्त व्यवहार को अपनाने के महत्व को व्यापक रूप से संप्रेषित करने की आवश्यकता है। लिहाजा, उन्होंने सभी नागरिकों से इस संदेश को प्रसारित करने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि राज्यपाल सार्वजनिक पहुंच का विस्तार कर सकते हैं और सार्वजनिक व्यवहार को प्रभावित कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों के साथ मिलकर कोविड-19 रणनीति तय की है। उपराष्ट्रपति ने साथ ही सभी से राजनीतिक मतभेदों को एक तरफ रखने और एक टीम के रूप में एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया है।

उन्होंने सभी फ्रंट-लाइन मेडिकल पेशेवरोंदवा उद्योग के दिग्गजोंकृषक समुदाय और अन्य सभी हितधारकों की सराहना की जो कोविड-19 के खिलाफ इस लड़ाई में अमूल्य समर्थन दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान भी अग्रिम पंक्ति के योद्धा हैंउन्होंने इन महत्वपूर्ण समयों में राष्ट्र की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की है।

 नायडू ने मीडिया की भूमिका की सराहना करते हुए कोविड उपयुक्त व्यवहार के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए विशेष रूप से सही तरीके से मास्क पहनने के महत्व के बारे में और अधिक जागरूरता फैलाने का आग्रह किया।

देश में कोरोना के बढ़ते अप्रत्यशित मामलों पर विडियो कान्फ्रेंस में उप राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ सभी राज्यों के राज्यपालों को संबोधित करते हुए उपरोक्त बातें कहीं।

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