खास आहार करेंगे आपका तनाव दूर


‘परीक्षा का समय अक्सर तनाव से भरा होता है। यह एक बड़ी वजह है कि इस दौरान छात्र अपने खाने-पीने का बिल्कुल ध्यान नहीं रखते जो उनके तनाव को और बढ़ाने का काम करता है। इन दिनों देश भर में दसवीं और बारहवीं की परीक्षा चल रही है। छात्रों के साथ उनके अभिभावक भी परीक्षा में अच्छे प्रदर्शन को लेकर आशंकित और अधिक सावधान हैं। ऐसे में इन तनावों का परीक्षार्थी के स्वास्थ्य पर भी काफी असर पड़ता है और यह भी बड़ी वजह होती है कि छात्र परीक्षा हॉल में बेहतर प्रदर्शन नहीं दे पाते हैं। उनमें चिड़चिड़ापन, याददाश्त की कमी और बेचैनी दिखने लगती है। इस स्थिति से बचने के लिये एक अच्छा और संतुलित आहार बड़ी भूमिका निभाता है।


आप जो भी खाते हैं, वह आपकी मनोदशा को प्रभावित करता है। परिस्थिति के अनुसार पैदा हुए तनाव को आहार के जरिये कम किया जा सकता अधिकतर देखा गया है कि परीक्षा के दौरान चाय, कॉफी और स्नैक्स का सेवन परीक्षार्थी खूब करने लगते हैं, जो वास्तव में उनके स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर करता है।


               उचित आहार के साथ दूर करें तनाव



  • शरीर की ऊर्जा को बनाए रखने व दिमाग की शांति के लिये कम-कम अंतराल पर हल्का खाना खाएँ।

  • विटामिन सी के लिये ताजे फल और सब्जियों जैसे- आंवला, खट्टे फल, टमाटर, हरी मिर्च, हरी पत्तेदार सब्जियां, कीवी, ब्रोकोली और स्ट्रॉबेरी का पर्याप्त मात्रा में सेवन करें।

  • विटामिन बी और जिंक के लिये सफेद आटा, सफेद चावल, मीठा पेय और चीनी के सेवन के बजाय जई, ब्राउन चावल, दालों, नट्स, बीज, कम वसा वाले डेयरी, समुद्री भोजन, मीट, हरी पत्तेदार सब्जियां और गेहूं के बीज की तरह पूरे अनाज का चयन करें।

  • खराब गुणवत्ता वाले खाने एवं जंकफूड से बचें।

  • अधिक मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन करें। उचित मात्रा में पानी पियें। हरी चाय अर्थात ग्रीन टी मन को शांत करने में मदद करती है।

  • चाय, कॉफी और शीतल पेय का इस्तेमाल कम करें या इसकी मात्रा सुनिश्चित कर लें।

  • परीक्षा के दौरान स्मृति बढ़ाने की नई तकनीकों की तलाश करने वाले एवं इसके लिये विभिन्न दवाईयों के सेवन के बजाय स्वस्थ भोजन के साथ अपने मस्तिष्क का पोषण करें।                                                                 निम्नलिखत आहार में है स्मृति बढ़ाने वाले पोषक तत्वः

  • विटामिन ए, ई, सी जैसे एंटीऑक्सिडेंट- अंडे, गाजर, ब्रोकोली, मछली, नट्स, हरी पत्तेदार सब्जियों और फलों जैसे प्राकृतिक खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं। वे मस्तिष्क में कोशिका क्षति को कम करते हैं।

  • मछली, सरसों के तेल, सरसों के बीज, मेथी, उड़द दाल, राजमा, सोयाबीन, लोबिया, अखरोट, बाजरा और सन बीज (अलसी) में पाए जाने वाले ओमेगा 3 फैटी एसिड मस्तिष्क के लिए तो अच्छे हैं, साथ ही यह अच्छी त्वचा और हृदय के लिये भी बेहद फायदेमंद हैं।

  • विटामिन बी तंत्रिका तंत्र अर्थात नर्वस सिस्टम को स्वस्थ रखता है और कई सेल घटकों के जैवसंश्लेषण में उपयोग किया जाता है। इसके साथ यह सीखने और याद रखने में मदद करता है। विटामिन बी के स्रोत चावल का चोकर, गेहूं के बीज, पूरे गेहूं का आटा, जौ, मक्का (सूखा), अंडे, गाय का दूध (स्किम्ड) आदि हैं। यह सबसे अधिक गेहूँ और चावल की भूसी में पाया जाता है।

  • सेन्ट्रल नर्वस सिस्टम के सही तरीके से काम करने के लिये विटामिन बी12 जरूरी होता है। वर्तमान में हममें से अधिकाश में इसकी कमी है। जानवरों के स्रोत जैसे अंडा, कम वसा वाले दूध में विटामिन बी12 पाया जाता हैइसके सेवन से चिड़चिड़ापन से मुक्ति के साथ एकाग्रता बढ़ती है और स्मृति संतुलन बना रहता है।

  • फोलिक एसिड, स्वस्थ रक्त कोशिका के निर्माण के लिये आवश्यक है। यह रक्त की कमी को दूर करता हैहरी पत्तेदार सब्जियां, ब्रोकोली, विभिन्न दाल, गेहूं के बीज आदि फोलिक एसिड के महत्वपूर्ण स्रोत हैं।


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