आखिर क्यों गिरने लगते हैं ठंड में बाल ?


अक्सर देखा गया है कि विशेष ध्यान नहीं देने पर ठंड के मौसम में अधिकतर के बाल झड़ने लगते हैं। लोग इस सोच से परेशान होने लगते हैं कि कहीं वो गंजेपन के शिकार तो नहीं हो रहे, या फिर बाल बहुत गिरने पर आकर्षण में कमी न हो जाएँ। दरअसल, जिस तरह मौसम बदलता है, उसके बदलाव का असर हमारे शरीर के साथ-साथ बालों पर भी पड़ता है, जिसकी वजह से लोग परेशान होने लगते है।


लोगों की घबराहट और परेशानी इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि वे टीवी-अखबार मे चल रहे विज्ञापन को देखकर उसके उपाय आजमाने लगते हैं।


वे इसे रोकने के लिये अलग-अलग शैंपू का भी इस्तेमाल करने लगते हैं, लेकिन फिर भी बाल गिरना बंद नहीं हो पाता।


आखिर वह क्या वजह है कि गर्मी से सर्दी के मौसम बदलते ही बाल तेजी से टूटने लगते हैं।


इस बारे में हेयर एवं स्कीन स्पेशलिस्ट डॉ. गौरव गुप्ता कहते हैं कि बाल मौसम बदलने के साथ टूटने लगते हैं , क्योंकि बदलता मौसम हमारे शरीर को अंदरूनी रूप से भी प्रभावित करता है।


 



ठंड के मौसम में दिन छोटी और रातें बड़ी होने लगती है, जिसके चलते हमारी दिनचर्या भी तेजी से बदलती है। हम पहले की तरह नियमित रूप से अपने खाने-पीने का ध्यान नहीं रख पाते और एक्सरसाईज भी नहीं करते हैं।


पौष्टिक आहार और नियमित रूप से व्यायाम व्यक्ति को स्वस्थ बनाता है, लेकिन ठंड के मौसम में दिनचर्या बदलने की वजह से इसका असर शरीर पर पड़ने लगता है, और बाल इससे ज्यादा प्रभावित होते हैं।


लेकिन इससे घबड़ाने की जरूरत नहीं है। बाल मौसम बदलने पर जरूर झरने लगते हैं मगर ऐसा सिर्फ शुरू के एक-डेढ़ महीने तक ही होता है।


मौसम के अनुकूल शरीर ढ़लने एवं पुनः सही दिनचर्या शुरू होने से बालों का गिरना भी अपने-आप रूक जाता है। यही नहीं मौसम बदलने की वजह से जो बाल गिर चुके हैं वह बाद में वापस भी आ जाते हैं।


 जब लोग घबड़ाहट में या विज्ञापनों के बहकावे में आकर बालों का गिरना रोकने के लिये अलग-अलग शैंपू या अन्य तरीके आजमाने लगते हैं, वह वाकई बालों को नुकसान पहुँचा सकता है।


इसीलिये किसी अन्य तरीके को अपनाने की जगह अपनी दिनचर्या पर ध्यान दें, आपके बाल हमेशा ही खूबसूरत रहेंगे।


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